शॉर्ट कवरिंग की वजह से सूचकांक में तेजी देखी गई जिसे एक प्रतिरोध भी कहा जा सकता है। निफ्टी 7.3 फीसदी के उछाल के साथ 2,875 अंक के स्तर पर बंद हुआ जबकि सेंसेक्स 8.64 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 9,424 अंक पर।
रुपये में सुधार की वजह से डेफ्टी में भी 7.85 की तेजी देखी गई। यह निपटान सप्ताह होने से इसमें कारोबार में कमी भी देखी गई। गिरने वाले शेयरों के मुकाबले बढ़ने वाले शेयरों की संख्या थोड़ी ज्यादा थी। जूनियर निफ्टी 2.56 फीसदी बढ़ा तो बीएसई 500 में भी 6.94 फीसदी का उछाल आया।
मिडकैप 50 में 7.85 फीसदी बढ़त रही। एफआईआई पूरे हफ्ते थोड़ा-थोड़ा बेचते रहे। हालांकि घरेलू संस्थागत निवेशक शुद्ध खरीदार बने रहे।
नजरिया
बाजार ने 2,850 अंक पर प्रतिरोध पार कर लिया। इसका मतलब है कि निफ्टी 3,100 के अंक तक भी जा सकता है। अगर बाजार 2,900 से ऊ पर बंद हुआ तो यह 3,100 के अंक को पार कर सकता है। अगर यह 2,900 के स्तर तक नहीं पहुंचता है तो 2,650-2,700 के स्तर तक गिर सकता है।
दलील
2,900 के स्तर पर कड़ा प्रतिरोध रहेगा। बाजार में इतना कारोबार नहीं हो रहा है कि निफ्टी पिछले स्तर तक पहुंच सके। तकनीकी संकेत मिले-जुले हैं।
अगले हफ्ते एफआईआई के रुझान के मुताबिक ही निफ्टी दिशा लेगा। अगर उनका रुख नकारात्मक या तटस्थ रहा तो यह 2,650 तक या इससे भी नीचे जा सकता है।
दूसरी दलील
पिछले तीन हफ्तों में कारोबार बेहद मामूली हुआ। ऐसा भारी मंदी वाले बाजार में तभी होता है जब आपूर्ति की कमी होती है और मांग भी कम हो जाती है। ऐसी स्थिति में एक दायरे में ही कारोबार हो सकता है।
तेजड़िए और मंदड़िए
बड़े शेयरों का ट्रेंड मिला-जुला और थोड़ा भ्रम भरा है। वैसे बाजार में उछाल आने की संभावना भी है। रिलायंस में भी सकारात्मक रुख है।
इसी तरह बड़ी सूचकांक की मुख्य कंपनियों मसलन एल ऐंड टी, बैंक ऑफ बड़ौदा और आर कॉम में भी सकारात्मक रुझान देखने को मिल सकता है।
बलरामपुर, श्री रेणुका और त्रिवेणी जैसी चीनी कंपनियों में तेजी का रुख दिखता है। बैंक अभी नाजुक सेक्टर की श्रेणी में है। पिछले हफ्ते बैंक निफ्टी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। हालांकि यह सकारात्मक रुझान के साथ ही बंद हुआ।
बलरामपुर चीनी
मौजूदा भाव: 60 रुपये
लक्ष्य: 69 रुपये
कारोबार में तेज बढ़ोतरी को देखते हुए इसमें उछाल आया। यह 70 तक जा सकता है। लेकिन 68 रुपये से ऊपर इसमें प्रतिरोध है।