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NABARD की शाखा ने स्टार्टअप और ग्रामीण उद्यमों को बढ़ावा देने के लिए 750 करोड़ रुपये का कृषि फंड लॉन्च किया!

इस फंड की शुरुआती पूंजी 750 करोड़ रुपये है, जिसमें NABARD और कृषि मंत्रालय की ओर से 250-250 करोड़ रुपये और अन्य संस्थानों से 250 करोड़ रुपये का योगदान है।

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एजेंसियां   
Last Updated- July 12, 2024 | 7:18 PM IST

राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) ने शुक्रवार को बताया कि उसकी एक शाखा ने स्टार्टअप और ग्रामीण उद्यमों के लिए 750 करोड़ रुपये का एक कृषि फंड लॉन्च किया है। इस फंड को “अग्रि-सुर” कहा जाता है और इसकी घोषणा नाबार्ड की एक सब्सिडियरी NABVENTURES द्वारा की गई है।

इस फंड की शुरुआती पूंजी 750 करोड़ रुपये है, जिसमें NABARD और कृषि मंत्रालय की ओर से 250-250 करोड़ रुपये और अन्य संस्थानों से 250 करोड़ रुपये का योगदान है।

नाबार्ड ने एक बयान में बताया कि इस फंड का उद्देश्य कृषि और उससे जुड़े क्षेत्रों में नई खोज, तकनीक पर आधारित, थोड़ा जोखिम वाले लेकिन ज्यादा फायदे वाले कार्यों को बढ़ावा देना है।

नाबार्ड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी नाबवेंचर्स द्वारा मैनेज किए जा रहे इस फंड को आने वाले समय में लगभग 85 कृषि स्टार्टअप्स को समर्थन देने के लिए बनाया गया है। हर स्टार्टअप को अधिकतम 25 करोड़ रुपये तक का निवेश दिया जा सकता है।

यह फंड कृषि से जुड़े और अलग-अलग क्षेत्रों के लिए बने विशेष निवेश फंड (AIF) और साथ ही सीधे तौर पर स्टार्टअप्स को इक्विटी सहायता प्रदान करके सहायता करेगा।

“अग्रि-सुर” फंड के मुख्य क्षेत्रों में कृषि में नई खोज और तकनीक पर आधारित पहलों को बढ़ावा देना, फसल उत्पादन से अंतिम उपभोक्ता तक पहुंचाने की प्रक्रिया (वैल्यू चेन) को मजबूत बनाना, ग्रामीण इलाकों में नई व्यवस्था और बुनियादी ढांचा तैयार करना, रोजगार पैदा करना और किसान उत्पादक संगठनों (FPO) को सहयोग देना शामिल है।

साथ ही, यह फंड आईटी आधारित समाधानों और किसानों के लिए मशीन को किराये से उपलब्ध कराने की सेवाओं के माध्यम से उद्यमशीलता को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखता है, जो कृषि क्षेत्र में सतत विकास को गति देगा। (PTI के इनपुट के साथ)

First Published : July 12, 2024 | 7:18 PM IST