बीमा

कुछ बीमा पॉलिसियों पर वितरकों का कमीशन घटा, इनपुट टैक्स क्रेडिट के मानदंड में भी बदलाव

इन बीमा कंपनियों के लिए जीएसटी अब लागत होगी, इससे कंपनियों की लाभप्रदता और प्रबंधन के खर्च पर भार पड़ेगा

Published by
आतिरा वारियर   
Last Updated- October 01, 2025 | 11:21 PM IST

कुछ गैर जीवन बीमा कंपनियों आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस, केयर हेल्थ इंश्योरेंस और आदित्य बिड़ला हेल्थ इंश्योरेंस ने 1 अक्टूबर, 2025 में जीएसटी की बदली हुई दरों सहित खुदरा स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों पर वितरकों का कमीशन घटा दिया है। व्यक्तिगत स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की दरें 18 प्रतिशत से घटाकर शून्य करने के अलावा इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) के मानदंडों में भी बदलाव किया गया है। यह जानकारी सूत्रों ने दी।

जीएसटी के नए विनियमन के अनुसार बीमा कंपनियों को कमीशन पर आईटीसी का लाभ, पुरस्कार व समकक्ष और अन्य कॉरपोरेट खर्च नहीं मिलेंगे। इससे स्वास्थ्य बीमा कंपनियों की वित्तीय स्थिति पर व्यापक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। इन बीमा कंपनियों के लिए जीएसटी अब लागत होगी। इससे कंपनियों की लाभप्रदता और प्रबंधन के खर्च पर भार पड़ेगा।

बीमा कंपनियों को आदेश दिया गया है कि ग्राहकों को जीएसटी कटौती का लाभ दिया जाए और मुनासिब दरों पर प्रीमियम को रखा जाए। इस प्रभाव को कम करने के लिए कुछ गैर जीवन बीमा कंपनियां कमीशन के भुगतान में 18 प्रतिशत की कमी कर रही हैं।

First Published : October 1, 2025 | 11:21 PM IST