भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक के नतीजों के बाद बेंचमार्क सरकारी बॉन्ड यील्ड में चौदह महीनों में एक दिन की सबसे तेज बढ़ोतरी देखी गई है। बेंचमार्क यील्ड 8 आधार अंक बढ़कर 6.41 प्रतिशत पर बंद हुई,जो चालू साल में 11 अप्रैल से अब तक का शीर्ष स्तर है। इसके पहले दिन यह 6.33 प्रतिशत पर बंद हुई थी। बाजार से जुड़े हिस्सेदारों ने कहा कि बाजार नरम रुख की उम्मीद कर रहा था, लेकिन अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में महंगाई दर का अनुमान अपेक्षा से अधिक रहने के कारण रुख आक्रामक रहा। इससे ब्याज दर में कटौती की गुंजाइश कम हो गई।
एक निजी बैंक के ट्रेजरी प्रमुख ने कहा, ‘बाजार नरम रुख की उम्मीद कर रहा था। वित्त वर्ष 2027 की पहली तिमाही के लिए महंगाई दर उम्मीद से अधिक रहने का अनुमान लगाया गया है, ऐसे में दर में कटौती की कम संभावना बनती है।’ रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2027 की पहली तिमाही में महंगाई दर 4.9 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। कुछ प्रतिभागियों ने कहा कि रिजर्व बैंक द्वारा वृद्धि अनुमानों को अपरिवर्तित रखने के निर्णय से आगे ब्याज दरों में कटौती की संभावना कम हो गई है, जो बाजार की उम्मीदों के विपरीत है।
एक निजी बैंक के डीलर ने कहा, ‘गवर्नर ने वृद्धि कम रहने को कम करके आंका है, जिससे आगे दर में अतिरिक्त कटौती की संभावना कम हो गई है।’चालू वित्त वर्ष में 6.5 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान बरकरार रखा गया है। बाजार उम्मीद कर रहा था कि वृद्धि दर में करीब 30 से 40 आधार अंक की कटौती की जाएगी। एक प्राइमरी डीलरशिप के डीलर ने कहा, ‘हम कोई बिकवाली कर रहा था, लेकिन बाजार की गणित को देखते हुए राष्ट्रीयकृत बैंकों द्वारा कुछ खरीदारी की गई। ’
रिजर्व बैंक को दो दिन के वैरिएबल रेट रिवर्स रीपो (वीआरआरआर) नीलामी में 67,755 करोड़ रुपये की बोली हासिल हुई है, जबकि अधिसूचित राशि 1 लाख करोड़ रुपये थी। केंद्रीय बैंक ने बोली की राशि 5.49 प्रतिशत कटऑफ दर पर स्वीकार की है।