भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर प्रतिबंध लगाने के बाद इस प्लेटफॉर्म के ग्राहक एवं उपयोगकर्ता कंपनी के साथ जुड़े रहने के अपने निर्णय पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं।
कंपनी के संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी (CEO) विजय शेखर शर्मा द्वारा मैसेजिंग प्लेटफॉर्म एक्स पर भेजे गए संदेश के बाद भी पेटीएम सेवाओं के उपयोगकर्ताओं के लिए राह अभी भी पूरी तरह स्पष्ट नहीं हुई है।
शर्मा ने पेटीएम उपयोगकर्ताओं के लिए भेजे अपने संदेश में कहा है, ‘आपका पसंदीदा ऐप काम कर रहा है, 29 फरवरी के बाद भी हमेशा की तरह काम करता रहेगा। हरेक चुनौती के लिए समाधान भी होता है और हम पूरी ईमानदारी के साथ अपने देश की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारत भुगतान नवाचार में वैश्विक ख्याति लगातार अर्जित करता रहेगा।’
लेकिन प्लेटफॉर्म के उपयोगकर्ताओं (व्यवसायियों) ने बिजनेस स्टैंडर्ड के साथ बातचीत में अन्य चिंताएं भी साझा कीं। कई उपयोगकर्ताओं ने कहा कि प्लेटफॉर्म पर सेटलमेंट से जुड़ी चुनौतियां, प्लेटफॉर्म फीस में बदलाव और संभावित डाउनटाइम जैसी चिंताएं उन्हें बाजार में अन्य विकल्प तलाशने के लिए प्रेरित कर सकती हैं।
पुणे स्थित मोबाइल फोन रिटेलर उदय सालुंखे ने कहा, ‘दैनिक आधार पर, हम पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर 10,000-15,000 रुपये के सौदे करते हैं। हालांकि आरबीआई की सख्ती (वन97 कम्युनिकेशंस और पेटीएम पेमेंट सर्विसेज की सेवाओं पर प्रतिबंध) की वजह से इसे लेकर चिंता बढ़ी है कि इन खातों को अन्य बैंकों के पास स्थानांतरित करने पर हमें अतिरिक्त शुल्क चुकाना पड़ सकता है।
यदि इससे सौदों के निपटान से संबंधित चुनौतियां बढ़ती हैं तो ग्राहक अन्य सेवा प्रदाताओं की ओर रुख कर सकते हैं।’
कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, पेटीएम पेमेंट्स बैंक के 30 करोड़ से ज्यादा वॉलेट और 3 करोड़ बैंक अकाउंट हैं।
पेमेंट बैंक के खिलाफ नियामकीय कार्रवाई के तहत केंद्रीय बैंक ने कहा कि वन97 कम्युनिकेशंस और पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज के नोडल खातों को 29 फरवरी तक बंद कर दिया जाएगा।