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PayPal का भारत फोकस; घरेलू भुगतान नहीं, सीमा पार लेनदेन पर जोर

पेपाल भारत में घरेलू भुगतान सेवा में नहीं उतरेगी, बल्कि सीमा पार लेनदेन पर जोर देकर देश को वैश्विक स्तर से जोड़ेगी

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सुब्रत पांडा   
Last Updated- October 08, 2025 | 7:44 AM IST

अमेरिका की भुगतान दिग्गज पेपाल के लिए भारत एक महत्त्वपूर्ण बाजार बना हुआ है, लेकिन कंपनी की घरेलू भुगतान व्यवस्था में उतरने की कोई योजना नहीं है। इसकी जगह कंपनी सीमा पार लेनदेन पर ध्यान केंद्रित करेगी, जिसका मकसद भारत को शेष दुनिया से जोड़ना है। ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 में बोलते हुए पेपाल के सीईओ एलेक्स क्रिस ने कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर एक इनोवेटर और लीडर बन रहा है।

उन्होंने कहा, ‘भारत सिर्फ एक घरेलू बाजार नहीं है। मैं दुनिया भर में जहां भी यात्रा करता हूं, वहां धनप्रेषण में भारत की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। उन जगहों पर कारोबार है, जहां भारत महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।’

क्रिस ने कहा, ‘पेपाल में हम सीमा पार भुगतान करने की क्षमता और दुनिया को एक साथ जोड़ने की क्षमता स्थापित कर रहे हैं। इसलिए मैं चाहूंगा कि हम अपना समय और ऊर्जा दुनिया भर में उन कनेक्शनों को बनाने में लगाएं, जिन्हें उपभोक्ता घरेलू स्तर पर जानते और पसंद करते हैं।’

पेपाल ने सीमा पार बाधारहित भुगतान हेतु पेपाल वर्ल्ड के प्लेटफॉर्म से यूपीआई के एकीकरण के लिए भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) के साथ करार किया है। यह कंपनी की वैश्विक साझेदारियों की एक श्रृंखला का हिस्सा है जो दुनिया के कई सबसे बड़े भुगतान प्रणालियों और डिजिटल वॉलेट को एक ही प्लेटफॉर्म पर जोड़ेगी। पेपाल वर्ल्ड भारतीय उपभोक्ताओं को लाखों व्यवसायों के साथ ऑनलाइन और स्टोर के भीतर खरीदारी करने और भुगतान करने में सक्षम बनाएगा। यह भारत में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को घरेलू सुविधा और वैश्विक पहुंच के लिए यूपीआई का लाभ उठाकर अपने पेपाल वॉलेट का उपयोग करके आसानी से भुगतान करने की अनुमति देगा।

क्रिस ने कहा, ‘भारत विश्व स्तर पर एक इनोवेटर और लीडर बन रहा है।’ उन्होंने आगे कहा कि इसमें पेपाल द्वारा भूमिका निभाना और भारत को शेष दुनिया से जोड़ना महत्त्वपूर्ण है।

First Published : October 8, 2025 | 7:44 AM IST