बाजार में उछाल का मजबूत रुख दिखाई दे रहा है और दुनिया भर में बढ़त की धारणा बनी हुई है।
निफ्टी 3.3 फीसदी की बढ़त के साथ 3,211 अंक पर पहुंच गया जबकि सेंसेक्स में 3 फीसदी की बढ़त हुई और यह 10,349 अंक पर बंद हुआ।
रुपये में मजबूती से डेफ्टी में 3.9 फीसदी की बढ़त हुई। एफ आईआई मार्च तक शुद्ध खरीदार बने रहे। उसी तरह घरेलू संस्थागत निवेशक भी खरीदार बने रहे। बाजार धारणा बेहतर रही और बढ़ने वाले शेयरों की संख्या ज्यादा रही और गिरने वाले शेयर कम रहे।
डेरिवेटिव और नकदी के सेगमेंट में भी कारोबार में सुधार हुआ। बीएसई 500 में 3.6 फीसदी की बढ़त हुई जबकि मिडकैप 50 में 5.5 फीसदी की बढ़त हुई।
नजरिया
बाजार में 3,200 अंक के ऊपर प्रतिरोध का स्तर बना हुआ है लेकिन 3,250 और 3,280 अंक पर थोड़ी बाधा जरूर है। अगर यह बाधा दूर हो गई तो निफ्टी 3,450 अंक के स्तर तक जा सकता है। अगर गिरावट आई तो फिर यह 2,950 अंक तक भी लुढ़क सकता है।
दलील
कड़े प्रतिरोध का रुख बना हुआ है। इसकी वजह राजनीतिक अनिश्चितता तो है ही, साथ ही ज्यादा शेयरों के खरीदे जाने के संकेत भी मिल रहे हैं। वैसे ज्यादा उम्मीद यही है कि निफ्टी में जब तक गिरावट का स्तर नहीं आए तब तक यह 3,450 के स्तर तक भी बढ़ता रह सकती है।
दूसरी दलील
मध्य मार्च तक बीच के ट्रेंड में बढ़त हुई। अगर मध्य अप्रैल तक इसमें चुनाव की वजह से गिरावट आई तो सूचकांक में 2,500 के स्तर तक गिरने का सिलसिला चल सकता है।
तेजड़िए और मंदड़िए
पिछले तीन हफ्ते से सभी सेक्टर के सूचकांक में उछाल आया है। फिलहाल कुछ शेयरों की कीमतें प्रतिरोध स्तर को छू रही हैं। पिछले हफ्ते वित्तीय सेक्टर में गिरावट का रुख रहा। बैंक निफ्टी का प्रदर्शन निफ्टी के प्रदर्शन से बेहतर रहा। वहीं ऑटो और रियल एस्टेट की बड़ी कंपनियों के शेयर का प्रदर्शन बेहतर रहा। टीसीएस और इन्फोसिस के शेयरों की कीमत बेहतर है।
इन्फोसिस
मौजूदा भाव: 1419 रुपये
लक्ष्य: 1470 रुपये
इसके शेयर के कारोबार में थोड़ी बढ़ोतरी हुई और ऊपरी स्तर पर ब्रेकआउट हुआ। अगर इसकी कीमत ज्यादा भी होती है तो यह 1,475 रुपये के करीब होगा। गिरावट के स्तर पर इसे 1,380 रुपये और फिर 1,330 रुपये पर समर्थन मिल सकता है। 1,400 रुपये पर स्टॉप लॉस लगाए और लॉन्ग जाएं।