यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) एडवांस पर अपनी ब्याज दरों में इजाफा किया है। हालांकि यह दर रीसेट क्लॉज के तहत निर्धारित प्राइम लेंडिंग रेट्स (पीएलआर) से कम है।
यूबीआई के कार्यकारी निदेशक टीएम भसीन ने बताया कि बैंक दरों में इजाफा करने का निर्णय लिया है। यह वृध्दि रीसेट क्लॉज के तहत निर्धारित पीएलआर एडवांस से कम है। यह क्लॉज अप्रैल 2008 से लागू होना था।
भसीन ने कहा कि इस वृध्दि का असर केवल कार्पोरेट सैक्टर पर पडेग़ा क्योंकि कम पीएलआर केवल वृहद कार्पोरेट एडवांस पर ही लागू होता है। बैंक को जारी मौद्रिक वर्ष रिटेल क्रेडिट क्षेत्र में 30 प्रतिशत वृध्दि की उम्मीद है। इसके मायने यह हैं कि बैंक का रिटेल एडवांस 9000 करोड़ के स्तर को पार कर जाएगा।
भसीन ने कहा कि बीते मौद्रिक वर्ष में कंपनी का रिटेल एडवांस 33 प्रतिशत बढ़कर 7,158 करोड़ हो गया था। बैंक इस साल इसमें 30 प्रतिशत इजाफा होने की उम्मीद कर रहा है। उसका होम लोन एक्सपोजर 4,148 करोड़ था। बीते मौद्रिक वर्ष में इसमें 36 प्रतिशत का इजाफा हुआ था। बैंक ने हाल ही में होम लोन की दरों में 25 बेसिस पाइंट की कटौती की थी।