राष्ट्रीय संपत्ति पुनर्गठन कंपनी (एनएआरसीएल) की ओर से जारी प्रतिभूति रसीदों (एसआर) को सरकार की गारंटी होगी। म्युचुअल फंड और बीमा कंपनियों का पैसा हासिल करने के लिए इसे निवेश श्रेणी का दर्जा हासिल होना चाहिए। इसको लेकर एआरसी कार्यकारियों का कहना है कि इससे इन वित्तीय माध्यमों में मूल्य को खोलने और द्वितीयक बाजार ट्रेडिंग को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
फिलहाल, बैंकों और वित्तीय संस्थाओं के पास इनमें से अधिकांश एसआर परिपक्व होने तक रहते हैं। एनएआरसीएल की प्राप्तियों को एक सॉवरेन कवर होगी जिसके जरिये निवेश की सुरक्षा की पेशकश की जाएगी। इससे प्राप्तियों को निवेश ग्रेड की रेटिंग हासिल करने के योग्य बनाया जाना चाहिए ताकि इनमें म्युचुअल फडों और बीमा कंपनियों का धन निवेश हो सके।
पिछले हफ्ते सरकार ने कहा था कि वह एनएआरसीएल द्वारा जारी किए जाने वाले प्रतिभूति प्राप्तियों को 30,600 करोड़ रुपये की सॉवरेन गारंटी मुहैया कराएगी। पांच वर्ष की अवधि वाले इस सॉवरेन गारंटी से प्रतिभूति प्राप्तियों में निवेश करने वाले निवेशकों को संभावित कम रिकवरी से सुरक्षा मिलेगी। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने कहा कि ऐसा होने से प्रतिभूति प्राप्तियों में द्वितीयक बाजार को विकसित करने में मदद मिलेगी जो अब तक भ्रांतिजनक साबित हुआ है।
मध्यम आकार वाले एक एआरसी के निदेशक ने कहा कि फिलहाल बैंकों और वित्तीय संस्थाओं के पास ही अधिकांश प्रतिभूतियां हैं जिसके बाद इसमें एआरसी, विदेशी संस्थागत निवेशकों और योग्य संस्थागत खरीदारों का स्थान है। म्युचुअल फंड और बीमा कंपनियों के पास खर्च करने के लिए तो बड़ा और लंबी अवधि का फंड उपलब्ध है लेकिन रेटिंग की चिंताओं के कारण उनके पास बहुत कम गुंजाइश बचती है।
निदेशक ने कहा कि एनएआरसीएल की प्राप्तियों को दी जा रही गारंटी को देखते हुए नकदी प्रवाह को लेकर स्थिरता और निश्चितता है। यदि इसे प्राप्तियों के लिए निवेश ग्रेड की रेटिंग हासिल हो जाती है तो इससे म्युचुअल फंडों और बीमा कंपनियों को प्राप्प्तियों को बाजार से खरीदने की सहूलियत मिलनी चाहिए।
