चेन्नई स्थित सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) की योजना पुणे स्थित को-ऑपरेटिव बैंक श्री सुवर्णा सहकारी बैंक का अधिग्रहण करने की है।
आईओबी के निदेशक मंडल ने 29 मार्च को इुई बैठक में इसके लिए सैध्दांतिक मंजूरी दे दी है। इंडियन ओवरसीज बैंक के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एस ए भट्ट ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि इस अधिग्रहण से देश के पश्चिमी क्षेत्र में बैंक की उपस्थिति बढ़ेगी। उन्होंने कहा, ‘अगर आईओबी उस क्षेत्र में अपनी शाखाओं की शुरूआत करे तो उसमें चार-पांच वर्ष लग जाएंगे, अधिग्रहण के माध्यम से विस्तार करना आसान है।’
भट्ट ने कहा कि इस अधिग्रहण को पूरे होने में छह-सात महीने लग जाएंगे। ‘यह अधिग्रहण एक जांच प्रक्रिया है, अगर यह मॉडल सफल सिध्द होता है तो हम दूसरे अधिग्रहण भी करेंगे।’श्री सुवर्णा सहकारी बैंक ने चालू वित्त वर्ष के दौरान 1,200 करोड़ रुपये का व्यवसाय किया है। कुल देनदारी लगभग 700 करोड़ रुपये और परिसंपत्तियां लगभग 500 करोड़ रुपये की थी। भट्ट ने कहा कि मुंबई और पुणे में बैंक की 12 शाखाएं हैं।
चालू वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में आईओबी द्वारा किया जाने वाला यह दूसरा अधिग्रहण होगा। फरवरी में आईओबी ने जेएम फाइनैंशियल द्वारा प्रवर्तित एसेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी के न्यूनतम 10 प्रतिशत चुकता पूंजी के अधिग्रहण के लिए संयुक्त उद्यम की शुरआत की थी। इस योजना को आरबीआई की अनुमति मिलनी बाकी है।