facebookmetapixel
सरकार ने नोटिफाई किए डिजिटल निजी डेटा संरक्षण नियम, कंपनियों को मिली 18 महीने की डेडलाइनबिहार विधानसभा चुनाव 2025: NDA 200 के पार, महागठबंधन की करारी हारबिहार की करारी हार से राजद-कांग्रेस के समक्ष अस्तित्व का संकट, मोदी बोले- पार्टी अब टूट की ओरबिहार में NDA की प्रचंड जीत से बैकफुट पर विपक्ष, चुनाव आयोग पर उठाए सवालNDA की जीत में पासवान, मांझी गठबंधन ने बढ़ाई वोट हिस्सेदारी: 10 बिंदुओं में बिहार चुनाव नतीजों के निष्कर्षबिहार में बंपर जीत के बाद बोले PM मोदी: पश्चिम बंगाल से भी ‘जंगलराज’ को उखाड़ फेंकेंगेबिहार में नीतीश–मोदी फैक्टर की धमक: भाजपा की राजनीतिक महत्त्वाकांक्षा की राह में अब नहीं कोई बाधाबिहार चुनाव 2025: जदयू और भाजपा ने बढ़ाई वोट हिस्सेदारी, AIMIM को झटकाNDA के वादे और वित्तीय सीमाएं: ‘विकसित बिहार’ का सपना कितना संभव?सेबी 17 दिसंबर की बैठक में करेगा हितों के टकराव और खुलासा नियमों की सिफारिशों पर विचार

फेडरल बैंक का शुद्ध लाभ 29 प्रतिशत बढ़ा

Last Updated- December 11, 2022 | 9:41 PM IST

प्रावधानों में तीव्र कमी और शुद्ध ब्याज मार्जिन में कुछ सुधार से निजी क्षेत्र के ऋणदाता फेडरल बैंक का शुद्ध लाभ दिसंबर 2021 (वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही) में समाप्त होने वाली तीसरी तिमाही के दौरान सालाना आधार पर 29 प्रतिशत बढ़कर 522 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 21 की तीसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 404 करोड़ रुपये रहा। क्रमिक रूप से शुद्ध लाभ दूसरी तिमाही के 460 करोड़ रुपये के मुकाबले 13.2 प्रतिशत तक बढ़ा है।
मंगलवार को बीएसई (बंबई स्टॉक एक्सचेंज) पर इसका शेयर 4.35 प्रतिशत की बढ़त के साथ 95.85 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ। वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही में शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) सालाना आधार पर सात प्रतिशत बढ़कर 1,539 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 21 की तीसरी तिमाही के दौरान 1,437 करोड़ रुपये थी। क्रमिक रूप से एनआईआई वित्त वर्ष 22 की दूसरी तिमाही के 1,480 करोड़ रुपये के मुकाबले चार प्रतिशत बढ़ी है। वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही के दौरान शुद्ध ब्याज मार्जिन वित्त वर्ष 21 की तीसरी तिमाही के 3.22 प्रतिशत की तुलना में बढ़कर 3.27 प्रतिशत हो गया। क्रमिक रूप से एनआईएम में दो आधार अंकों का इजाफा हुआ है, जो वित्त वर्ष 22 की दूसरी तिमाही में 3.20 प्रतिशत था। तिमाही के दौरान अन्य आय सालाना आधार पर मामूली-सी बढ़कर 484 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पहले यह 475 करोड़ रुपये थी। क्रमिक रूप में यह सितंबर 2021 को समाप्त होने वाली दूसरी तिमाही के 491 करोड़ रुपये से कम हुई है।

First Published - January 25, 2022 | 11:26 PM IST

संबंधित पोस्ट