त्योहारी सीजन में खर्च बढऩे व वृद्धि को गति मिलने से दिसंबर महीने में क्रेडिट कार्ड से खर्च पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 47.54 प्रतिशत बढ़कर 94,202.44 करोड़ रुपये (पीओएस व एटीएम से निकासी) हो गया है। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले महीने की तुलना में भी ज्यादा आधार के बावजूद व्यय 5 प्रतिशत बढ़ा है। पिछले साल दिसंबर में क्रेडिट कार्ड से 63,847.26 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे।
नवंबर महीने में क्रेडिट कार्ड से खर्च 89,492.69 करोड़ रुपये जबकि अक्टूबर में 1,01,228.64 करोड़ रुपये था और पहली बार व्यय 1 लाख करोड़ रुपये के पार गया था।
वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में क्रेडिट कार्ड से व्यय में तेज बढ़ोतरी हुई, जिसकी वजह त्योहारी सीजन और महामारी के बाद तेज आर्थिक रिकवरी है। वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही में क्रेडिट कार्ड से 2.85 लाख करोड़ रुपये खर्च किए गए, जो एक साल पहले की तुलना में 49 प्रतिशत ज्यादा है।
खासकर जुलाई महीने से व्यय बढ़ा है, जब महामारी की दूसरी लहर का असर कम होने लगा था। यह खर्च महामारी के पहले के स्तर से भी ऊपर पहुंच गया। जनवरी और फरवरी 2020 में क्रेडिट कार्ड से व्यय क्रमश: 67,402.25 करोड़ रुपये और 62,902.93 करोड़ रुपये था। जुलाई 2021 से व्यय लगातार 75,000 करोड़ रुपये से ऊपर बना हुआ है।
