चौथे स्थान से पांचवे स्थान में खिसक जाने के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा अपने स्थान को फिर से प्राप्त करने के लिए प्रसार अभियानों से लेकर अधिग्रहण सभी तरीको को अपना रहा है।
31 मार्च को समाप्त हुए वित्त्तीय वर्ष में बैंक ऑफ बडाेदा का कुल कारोबार 2,59,000 करोड़ रुपये रहा और बैंक इस साल 22 फीसदी ग्रोथ पर फोकस कर रहा है। बैंक की योजना इस साल के अंत तक अपना कुल कारोबार 3,10,000 करोड़ तक पहुंचाना है। बैंक इस साल 20 फीसदी की डिपॉजिट ग्रोथ और एडवांस में 23 फीसदी ग्रोथ की आशा कर रहा है।
सरकारी बैंकों की ताजा सूची में बैंक ऑफ इंडिया ने चौथा स्थान हथिया लिया है। बैंक का स्टेट बैंक ऑफ इंडिया,कैनरा बैंक और पंजाब नेशनल बैंक के बाद चौथा स्थान है। फिक्की बैंकिंग कॉनक्लेव 2008 में बैंक के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक एम डी माल्या का कहना है कि हम बैंक की ग्रोथ को बरकरार रखने के लिए अधिग्रहण पर गौर कर रहे हैं और यदि कहीं अच्छा अवसर दिखता है तो हम पूरा प्रयास करेगें।
बैंक अपनी बढ़त को बरकरार रखने के लिए इनऑरगैनिक तरीका अपनाएगा या पोटेंशियल ऑप्शन अपनाएगा,इस सवाल के प्रश्न पर माल्या ने कहा कि अभी इस प्रश्न का उत्तर देना उपयुक्त नही होगा। बैंक की पहली तिमाही के प्रदर्शन पर बात करते हुए माल्या ने कहा कि इस तिमाही मे बैंक के कुल कारोबार में पिछले बार के कुल कारोबार की तुलना में 26 से 27 फीसदी ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि हमारे जमा में 24 फीसदी और एडवांस में 27 फीसदी की वृध्दि हुई है। बैंक का म्युचुअल फंड कारोबार को शुरु करने के लिए बनाया गया संयुक्त उपक्रम का भी इसी महीने से परिचालन शुरु हो जाएगा।
गौरतलब है कि इटली की पॉयनियर इनवेस्टमेंट के साथ बैंक ने म्युचुअल फंड कारोबार के लिए समझौता किया है। इस संयुक्त कंपनी में पॉयनियर की हिस्सेदारी 51 फीसदी है। माल्या ने कहा कि हमें स्वीकृति पहले ही मिल चुकी है और हम इस महीने से अपने उत्पादों को जारी करना शुरु कर देंगे। इसीतरह बैंक के आध्रा बैंक और अमेरिकन कंपनी लीगल एंड जनरल के साथ बनायी गई इश्योरेंस कंपनी के भी अगले वित्त्तीय वर्ष की पहली तिमाही से चालू होने के आसार हैं। माल्या ने कहा कि बैंक इस इंश्योरेंस कंपनी के तहत पहला उत्पाद अगले वित्त्तीय वर्ष की पहली तिमाही तक पेश कर देगा। बैंक ने यूएई में दूसरी बार अपनी शाखा खोली है।