रिटायरमेंट के बाद नौकरी तो खत्म हो जाती है लेकिन रोजमर्रा की जरुरतों पर ब्रेक नहीं लगता। ऐसे में रिटायर होने के बाद भी आर्थिक तौर मजबूती की जरुरत होती है। इसी कारण पेंशन स्कीम पर भरोसा करते हैं ताकि रिटायर होने के बाद भी मासिक तौर पर आमदनी के रुप में कुछ पैस आते रहें।
पेंशन प्लान के बारे में बात करें तो एक शब्द का जिक्र भी आता है, वो है एन्युटी। एन्युटी भी एक तरह का प्लान है। आइए जानते हैं एन्युटी के बारे में सारी डिटेल-ज
क्या होता है एन्युटी प्लान
एन्युटी प्लान एक तरह का इंश्योरेंस है। एन्युटी प्लान के तहत आपको एकमुश्त राशि जमा निवेश करनी होती है। इसके बदले आपको हर महीने, हर तीन महीने में या वार्षिक रूप से भुगतान किया जाता है। एन्युटी का इस्तेमाल रिटायरमेंट पोर्टफोलियो के हिस्से के तौर किया जाता है। इसमें जब तक आप जिंदा रहते हैं, तब तक आपको निश्चित आय मिलती है। और आपकी मृत्यु के बाद नॉमिनी को राशि को लेने का अधिकारी होता है।
कितने तरह की होती है एन्युटी
बता दें कि एन्युटी दो तरह की होती है। पहली होती है इमीडिएट एन्युटी और दूसरी है डेफर्ड एन्युटी।
इमीडिएट एन्युटी में पॉलिसीधारक को शुरुआती निवेश के तुरंत बाद पेमेंट मिलने लगता है और वहीं डेफर्ड एन्युटी में रिटायर्ड व्यक्ति को नियमित रूप से भुगतान नहीं किया जाता है। बल्कि इस राशि को एकत्र किया जाता है। पॉलिसीधारक जरूरत पड़ने पर डेफर्ड एन्युटी को इमीडिएट एन्युटी में बदल सकते हैं।
टैक्स में नहीं मिलती है छूट
बता दें कि एन्युटी लेने पर पॉलिसीधारकों को कोई टैक्स बेनिफिट नहीं मिलता है। क्योंकि यह आपकी इनकम के साथ जुड़ती है। पॉलिसीधारक जिस टैक्स स्लैब के अंदर आते हैं, उसी के हिसाब से उन्हें टैक्स देना पड़ता है।
कैसे खरीदें एन्युटी प्लान?
एन्युटी प्लान एक बीमा प्रोडक्ट है। इसे किसी भी बीमा प्रदाता कंपनी से खरीदा जा सकता है। किसी भी अन्य इंश्योरेंस की तरह ही इसे ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। सारी डिटेल जानने के लिए बीमा कंपनी के द्वारा दी गई सारी जानकारी को ध्यान से पढ़ें।