सरकार ने आज आईएफएमआर ग्रैजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस के पूर्व डीन और अर्थशास्त्र के प्राध्यापक वी अनंत नागेश्वरन को मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) नियुक्त करने की घोषणा की। क्रेडिट सुइस ग्रुप एजी और जूलियस बेयर ग्रुप के साथ काम कर चुके तथा शिक्षा क्षेत्र से जुड़े नागेश्वरन के वी सुब्रमण्यन का स्थान लेंगे, जिन्होंने अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद दिसंबर, 2021 में मुख्य आर्थिक सलाहकार का पद छोड़ दिया था। सुब्रमण्यन ने शिक्षा के क्षेत्र में लौटने के लिए अपना पद छोड़ा था। उसके बाद से ही नए मुख्य आर्थिक सलाहकार की तलाश की जा रही थी। अधिकारियों ने बताया कि नागेश्वरन ने आज से ही वित्त मंत्रालय में अपना कार्यभार संभाल लिया है। 31 जनवरी को संसद में पेश होने वाली 2021-22 की आर्थिक समीक्षा और 1 फरवरी को पेश होने वाले आम बजट से चंद रोज पहले सरकार ने मुख्य आर्थिक सलाहकार की नियुक्ति की है।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि नागेश्वरन आर्थिक समीक्षा के बाद संवाददाता सम्मेलन में मौजूद रहेंगे या नहीं क्योंकि इसे तैयार करने की प्रक्रिया में वह शामिल नहीं थे। 2021-22 की आर्थिक समीक्षा का मसौदा प्रधान आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल के नेतृत्व वाली टीम ने तैयार किया है।
नागेश्वरन हाल तक आईएफएमआर ग्रैजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस के डीन थे और क्रेया यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र के जाने-माने अतिथि प्राध्यापक रह चुके हैं। वह 2019 से 2021 तक प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अंशकालिक सदस्य भी रह चुके हैं। नागेश्वरन ने भारतीय प्रबंध संस्थान, अहमदाबाद से प्रबंधन में पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा किया है और यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाच्युुसेट्स से डॉक्टरेट की है।