आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में सितंबर में भी गिरावट दर्ज की गई। लेकिन लगातार सात महीने से लुढ़क रहे उत्पादन में गिरावट की रफ्तार पिछले महीने कम रही। इसमें केवल 0.8 फीसदी की कमी आई, जबकि अगस्त में उत्पादन 7.3 फीसदी गिरा था।
सितंबर में कोयले, बिजली और इस्पात के उत्पादन में वृद्घि हुई है। कोयले का उत्पादन लगातार दूसरे महीने बढ़ा है। सितंबर में इसमें 21.2 फीसदी का इजाफा हुआ, जबकि अगस्त में इस क्षेत्र का उत्पादन 3.6 फीसदी बढ़ा था।
बुनियादी उद्योगों में सुधार से औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) पर अच्छा असर पड़ सकता है। कुछ विशेषज्ञों को लगता है कि लगातार छह माह की गिरावट के बाद आईआईपी में सितंबर में मामूली इजाफा हो सकता है।
इक्रा की प्रधान अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा, ‘बुनियादी क्षेत्र के उत्पादन में गिरावट की रफ्तार कम होने और वाहन उत्पादन तथा तेल से इतर निर्यात में वृद्घि होने से सितंबर में आईआईपी थोड़ा-बहुत बढ़ सकता है।’ हालांकि उन्होंने कहा कि कई संकेतक अर्थव्यवस्था में सुधार का इशारा कर रहे हैं लेकिन टिकाऊ सुधार के लिए अभी इंतजार करना होगा। कुल मिलाकर चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में 14.3 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि पिछले वित्त वर्ष में इसमें 1.3 फीसदी का इजाफा हुआ था।
सितंबर में बुनियादी क्षेत्र के पांच क्षेत्रों में गिरावट रही। उर्वरक की बिक्री 0.3 फीसदी घटी है, जबकि बिजली का उत्पादन 3.7 फीसदी बढ़ा है।
