देश के बड़े भाग में दीवाली की तैयारी के समय पिछले सप्ताह के आंकड़ों की तुलना में बिजली उत्पादन और यातायात की भीड़भाड़ में कमी आई है। अन्य साप्ताहिक संकेतकों ने भी गिरावट के संकेत दिए हैं। बिज़नेस स्टैंडर्ड बिजली उत्पादन और यातायात के आंकड़ों के अलावा प्रदूषण स्तर, भारतीय रेलवे द्वारा की जाने वाली माल ढुलाई, कार्यस्थलों, खुदरा और मनोरंजक स्थानों सहित विभिन्न वर्गों वाले स्थानों के आवागमन के आंकड़ों का भी विश्लेषण करता है। ये आंकड़े आधिकारिक आंकड़ों को जारी करने से पहले अर्थव्यवस्था की ज्यादा स्पष्ट तस्वीर प्रदान करने में मदद करते हैं। उन आधिकारिक आंकड़ों को कुछ अंतराल के बाद जारी किया जाता है। वैश्विक स्तर पर भी विश्लेषक कोविड-19 महामारी से जूझ रहे देशों के तेजी से बदलते हालात जानने के लिए इसी तरह के संकेतकों पर नजर रख रहे हैं। आवागमन के आंकड़ों के अलावा ये सभी आंकड़े रविवार 15 नवंबर तक के हैं। सर्च इंजन गूगल कुछ अंतराल के बाद आंकड़े जारी करता है। ताजा आंकड़े 10 नवंबर तक के हैं।
देश में पिछले सप्ताह वर्ष 2019 की समान अवधि के मुकाबले तकरीबन सात प्रतिशत ज्यादा बिजली उत्पादन किया गया है, जबकि इससे पिछले सप्ताह के आंकड़ों में 12 प्रतिशत का अंतर नजर आया था। यह अंतर उससे पिछले सप्ताह करीब 20 प्रतिशत रहा था। यह अंतर हाल के सप्ताहों के दौरान कम हो रहा है।
यातायात की भीड़भाड़ पर नजर रखने वाली वैश्विक कंपनी टॉमटॉम इंटरनैशनल के आंकड़ों में हाल के दिनों में कुछ कमी नजर आई है। मुंबई और नई दिल्ली दोनों में ही इस सप्ताह वर्ष 2019 की तुलना में यातायात की भीड़भाड़ कम रही है। भारतीय रेलवे ने रविवार को समाप्त होने वाले सात दिनों के दौरान वर्ष 2019 की इसी अवधि के मुकाबले 10.1 प्रतिशत अधिक माल ढुलाई की है। हालांकि पिछले सप्ताह यह सुधार 13.2 प्रतिशत था। माल ढुलाई से होने वाली आय 6.2 प्रतिशत से गिरकर 4.4 प्रतिशत हो गई है। बिज़नेस स्टैंडर्ड हवा में नाइट्रोजन डाइऑक्साइड के स्तर पर भी नजर रखता है। यह उत्सर्जन औद्योगिक गतिविधि और वाहनों से होता है। बांद्रा इलाके के आंकड़ों के आधार पर मुंबई के उत्सर्जन में वर्ष 2019 की तुलना में 98.5 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। दिल्ली का उत्सर्जन पिछले वर्ष के मुकाबले 26.1 प्रतिशत
अधिक है।
इस वैश्विक महामारी के कारण विभिन्न वर्गों के स्थानों में की जाने वाली यात्रा में किस तरह का बदलाव आया है, यह जानने के लिए गूगल स्थिति के आंकड़ों का उपयोग करता है। किराने और फार्मेसी की यात्राओं से केवल जरूरी वस्तुओं की खरीदारी का ही जोर रहा है। इसके आंकड़े कोविड-19 महामारी और उससे होने वाले लॉकडाउन से पहले के स्तर से अधिक हैं। खुदरा और मनोरंजन स्थलों के लिए की जाने वाली यात्राओं में अब भी एक-चौथाई से ज्यादा की कमी है। कार्यस्थल की यात्रा के आंकड़े सामान्य दिनों के मुकाबले 80 प्रतिशत का स्तर पार कर चुके हैं।
