सरकार आने वाले वर्षों में हर साल 100 अरब डॉलर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की आवक के लक्ष्य पर विचार कर रही है। उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग के सचिव अमरदीप सिंह भाटिया ने बुधवार को कहा कि यह लक्ष्य मेक इन इंडिया कार्यक्रम पर भारत के भरोसे के अनुरूप है।
मेक इन इंडिया पहल के 10 साल पूरे होने के मौके पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान सिंह ने कहा, ‘हम बहुत ज्यादा निवेश की आवक का लक्ष्य रख रहे हैं। इस समय हर साल करीब 70 से 80 अरब एफडीआई आ रही है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि यह बढ़कर आने वाले वर्षों में कम से कम 100 अरब हो जाएगी।’
मेक इन इंडिया पहल की शुरुआत एक दशक पहले की गई थी। इसका मकसद विनिर्माण को बढ़ावा देना, बुनियादी ढांचा दुरुस्त करना और स्वदेशी उत्पादों को प्रोत्साहन देना है। भाटिया के मुताबिक मेक इन इंडिया पहल की विनिर्माण, बुनियादी ढांचे, रक्षा और निर्यात के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां रही हैं। उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (पीएलआई), एफडीआई सुधारों और बुनियादी ढांचा संबंधी नीतियों के कारण घरेलू और विदेशी दोनों निवेश आकर्षित हुए हैं।