facebookmetapixel
दुबई और सिंगापुर को टक्कर देने को तैयार भारत की GIFT City!Aadhaar-PAN Linking: अभी तक नहीं किया लिंक? 1 जनवरी से आपका PAN कार्ड होगा बेकार!एक ही दिन में 19% तक उछले ये 4 दमदार शेयर, टेक्निकल चार्ट्स दे रहे 25% तक और तेजी का सिग्नलपेंशन में अब नहीं होगी गलती! सरकार ने जारी किए नए नियम, जानिए आपके लिए क्या बदलाPost Office Scheme: हर महीने ₹10,000 का निवेश, 10 साल में गारंटीड मिलेंगे ₹17 लाख; जानें स्कीम की डीटेल53% का शानदार अपसाइड दिखा सकता है ये Realty Stock, मोतीलाल ओसवाल बुलिश; कहा- खरीदेंSBI Q2 Results: भारत के सबसे बड़े बैंक SBI का मुनाफा 6% बढ़ा, शेयरों में तेजीTata Motors split: अब क्या करेंगे पैसिव फंड्स? बड़ा झटका या नया मौकाGroww IPO Day-1: दोपहर 2 बजे तक 36% सब्सक्राइब, रिटेल कोटा पूरा भरा; पैसे लगाएं या नहीं? GMP दे रहा खास संकेत₹9 का शेयर करेगा आपके पैसे डबल! Vodafone Idea में दिख रहे हैं 3 बड़े ब्रेकआउट सिग्नल

निजी क्षेत्र को और साझा होगी जानकारी

अपने बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने निजी क्षेत्र को पीएम गति शक्ति पोर्टल से कुछ डेटा और मानचित्र प्रदान करने की घोषणा की थी।

Last Updated- February 04, 2025 | 10:51 PM IST

सरकार गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान तक पहुंच देने के बजाय निजी क्षेत्र द्वारा उठाए सवालों के आधार पर आंकड़े और सूचना साझा कर सकती है। उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) के सचिव अमरदीप सिंह भाटिया ने कहा कि डीपीआईआईटी जल्द ही निजी क्षेत्र के साथ गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टरप्लान के डेटा साझाकरण मानदंड लागू करेगा।

इसके तहत कई विकल्प तलाशे जा रहे हैं और जरूरत अनुरूप जानकारी साझा करना डेटा साझा करने के सबसे सुरक्षित तरीकों में से एक होगा। हालांकि, इस पर अंतिम निर्णय होना बाकी है। फिलहाल, केवल केंद्र और राज्य सरकारों के मंत्रालय और विभागों के पास ही समयबद्ध तरीके से बुनियादी ढांचा कनेक्टिविटी परियोजनाओं की विस्तृत योजना और क्रियान्वयन के लिए डिजिटल पोर्टल तक पहुंच है।

अपने बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने निजी क्षेत्र को पीएम गति शक्ति पोर्टल से कुछ डेटा और मानचित्र प्रदान करने की घोषणा की थी। इस निर्णय से उन्हें आखिरी व्यक्ति तक वितरण सेवाएं प्रदान करने और बुनियादी ढांचा से जुड़े अनुप्रयोगों को विकसित करने में मदद मिल सकती है। पिछले दो वर्षों में डीपीआईआईटी अंतर मंत्रालयी बैठकें कर रहा है और इस मसले पर सरकार के विभिन्न विभागों और मंत्रालयों के साथ व्यापक परामर्श भी किया है। निजी कंपनियों को राष्ट्रीय मास्टरप्लान तक पहुंच देने के पीछे का विचार यह है कि उन्हें डेटा साझा करने की सीमा के आधार पर बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के निष्पादन में मदद करना है। मगर सुरक्षा संबंधी चिंताओं के मद्देनजर निजी उपयोगकर्ताओं की पहुंच के लिए प्रोटोकॉल तैयार करना भी महत्त्वपूर्ण होगा। 

First Published - February 4, 2025 | 10:51 PM IST

संबंधित पोस्ट