केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल | फाइल फोटो
India US BTA: केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) पर बातचीत चल रही है। उन्होंने यह भी भरोसा जताया कि अमेरिका द्वारा भारतीय सामानों पर लगाए गए 50 प्रतिशत के भारी-भरकम टैरिफ का भारत की अर्थव्यवस्था पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। गोयल ने एक उद्योग कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने साफ किया कि भारत अपने हितों से कोई समझौता नहीं करेगा, खासकर किसानों और पशुपालकों के मामले में।
गोयल ने कहा कि अगर कोई देश भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौता करना चाहता है, तो भारत इसके लिए हमेशा तैयार है। लेकिन अगर कोई भेदभाव करता है, तो भारत न झुकेगा और न ही कमजोर पड़ेगा। उन्होंने कहा, “हम एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे।”
यह बयान अमेरिका के ट्रंप प्रशासन द्वारा भारतीय सामानों पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद आया है। माना जा रहा है कि यह टैरिफ अमेरिका की ओर से भारत पर दबाव बनाने की रणनीति है, ताकि वह प्रस्तावित व्यापार समझौते में अपनी शर्तें मनवा सके। अमेरिका भारत में कृषि और डेयरी जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में ज्यादा बाजार पहुंच चाहता है। भारत ने इन टैरिफ को अनुचित और गलत बताया है।
मंत्री ने कहा कि भारत अपनी निर्यात रणनीति में विविधता लाने पर काम कर रहा है। उन्होंने भरोसा जताया कि इस साल भारत का निर्यात 2024-25 के आंकड़ों को पार कर जाएगा। गौरतलब है कि 2024-25 में भारत के सामान और सेवाओं का निर्यात रिकॉर्ड 825 अरब डॉलर तक पहुंचा था। गोयल ने कहा कि वैश्विक व्यापार में भारत की हिस्सेदारी अभी कम है, इसलिए किसी भी टैरिफ से डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत ने कोविड महामारी और परमाणु प्रतिबंधों जैसे संकटों को सफलतापूर्वक संभाला है। साथ ही, उन्होंने कहा कि भारत के अमेरिका को होने वाले निर्यात का करीब 40 प्रतिशत हिस्सा इन टैरिफ से प्रभावित नहीं है, क्योंकि यह छूट के दायरे में आता है।
बता दें कि भारत और अमेरिका के बीच BTA पर बातचीत मार्च से चल रही है। अब तक पांच दौर की बातचीत हो चुकी है। गोयल ने बताया कि इस समझौते का पहला चरण इस साल अक्टूबर-नवंबर तक पूरा करने की योजना है। हालांकि, 50 प्रतिशत टैरिफ लागू होने के बाद अमेरिकी टीम ने भारत में होने वाली छठे दौर की बातचीत के लिए अपनी 25 अगस्त की यात्रा स्थगित कर दी है। अभी छठे दौर की नई तारीखें तय नहीं हुई हैं।