प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अप्रैल 2025 में अपने रिटायरमेंट फंड में 19.1 लाख नए सदस्य जोड़े, जो पिछले साल के अप्रैल महीने की तुलना में 1.17 फीसदी ज्यादा है। रविवार को जारी डेटा के मुताबिक, इस दौरान नए रोजगार के अवसरों की वजह से सदस्यों की संख्या में अच्छी-खासी बढ़ोतरी देखी गई।
EPFO के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2025 में करीब 8.49 लाख नए सब्सक्राइबर्स ने रजिस्ट्रेशन कराया, जो मार्च 2025 के मुकाबले 12.49 फीसदी ज्यादा है। श्रम और रोजगार मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, “नए सब्सक्राइबर्स की संख्या में यह उछाल बढ़ते रोजगार के अवसरों को दर्शाता है।” खास बात यह है कि 18 से 25 साल की उम्र के युवा इस बार सबसे ज्यादा संगठित क्षेत्र की नौकरियों में शामिल हुए।
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अप्रैल 2025 में 18-25 साल के आयु वर्ग में 4.89 लाख नए सब्सक्राइबर्स जुड़े, जो कुल नए सदस्यों का 57.67 फीसदी हिस्सा है। यह आंकड़ा मार्च 2025 की तुलना में 10.05 फीसदी ज्यादा है। इस आयु वर्ग में नेट पेरोल जोड़ 7.58 लाख रहा, जो मार्च के मुकाबले 13.60 फीसदी की बढ़ोतरी दिखाता है। EPFO ने कहा कि यह ट्रेंड दर्शाता है कि ज्यादातर नए कर्मचारी युवा हैं, खासकर वे जो पहली बार नौकरी शुरू कर रहे हैं।
महिलाओं की भागीदारी में भी इस बार उल्लेखनीय बढ़ोतरी देखी गई। अप्रैल में 2.45 लाख नई महिला सब्सक्राइबर्स EPFO से जुड़ीं, जो मार्च 2025 के मुकाबले 17.63 फीसदी ज्यादा है। वहीं, नेट महिला पेरोल जोड़ 3.95 लाख रहा, जिसमें महीने-दर-महीने 35.24 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
राज्यों की बात करें तो महाराष्ट्र ने 21.12 फीसदी के साथ सबसे ज्यादा योगदान दिया। टॉप पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने मिलकर कुल नेट पेरोल का 60.10 फीसदी हिस्सा जोड़ा, यानी करीब 11.5 लाख सदस्य। महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना जैसे राज्यों ने 5 फीसदी से ज्यादा का योगदान दिया।
इंडस्ट्री की बात करें तो एक्सपर्ट सर्विसेज से 43.69 फीसदी नेट पेरोल जोड़ आया, जिसमें मैनपावर सप्लायर्स का हिस्सा करीब 50 फीसदी रहा। इसके अलावा, 15.7 लाख ऐसे सदस्य जो पहले EPFO से बाहर हो गए थे, वे अप्रैल में फिर से जुड़े। यह आंकड़ा मार्च 2025 के मुकाबले 19.19 फीसदी और पिछले साल अप्रैल के मुकाबले 8.56 फीसदी ज्यादा है। ये वे कर्मचारी हैं जिन्होंने नौकरी बदलने के बाद अपने फंड को ट्रांसफर किया, न कि फाइनल सेटलमेंट चुना।