भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर सी रंगराजन ने कहा कि फिलहाल वैश्विक नरमी के असर को झेल रही भारतीय अर्थव्यवस्था में वित्तीय वर्ष 09-10 की दूसरी छमाही में सुधार दिखेगा।
आरबीआई के पूर्व प्रमुख सी रंगराजन ने कहा वित्तीय वर्ष 2009-10 की दूसरी छमाही के दौरान अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत दिखेंगे। अर्थव्यवस्था में स्पष्ट सुधार 2010-11 में दिखेगा।
वित्त वर्ष 2010-11 तक वैश्विक अर्थव्यवस्था और विशेष तौर पर विकसित देशों की अर्थव्यवस्थाएं भी विकास के मार्ग पर होंगी। यहां उद्यमी विकास संस्थान (ईडीआई) के एक कार्यक्रम में भाग लेने आए रंगराजन ने कहा कि सरकार को राजस्व घाटे में कटौती की योजना बनानी चाहिए।
हालांकि उन्होंने सरकार के व्यय बढ़ाने की पहल का उचित ठहराया क्योंकि इससे मांग बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा नरमी के दौरान सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सार्वजनिक व्यय बढ़े।
बैंकों द्वारा ब्याज दरों में कटौती के बारे में पूछने पर रंगराजन ने कहा आरबीआई द्वारा रेपो और रिवर्स रेपो दरों में कटौती किए जाने की संभावना है।