आर्थिक गतिविधियां हुईं कम

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 9:45 PM IST

आर्थिक गतिविधियों के साप्ताहिक संकेतकों में आगे गिरावट के संकेत दिख रहे हैं। पिछले तीन सालों की समान अवधि के मुकाबले रविवार को खत्म हुए सप्ताह में यानी 23 जनवरी को लोगों ने कम वाहनों का पंजीकरण कराया। ताजा हफ्ते के दौरान 3,34,325 पंजीकरण हुए जबकि 2021 के समान हफ्ते के दौरान 3,81,861 पंजीकरण हुए। यह तादाद 2020 और 2019 (410,000-440,000) में अधिक थी। घरेलू हवाई यात्रियों की तादाद एक हफ्ते पहले के मुकाबले कम हो गई। ताजा हफ्ते के दौरान 12,270 विमानों में 11.8 लाख यात्रियों ने उड़ान भरी। इससे पिछले हफ्ते 14,434 विमानों ने 12.9 लाख यात्रियों ने उड़ान भरी थी।
कई महीनों के बाद खुदरा दुकानों और मनोरंजन स्थल पर जाने वालों की तादाद निचले स्तर पर पहुंच गई। सर्च इंजन गूगल के मोबिलिटी डेटा के मुताबिक लोगों के कहीं आने-जाने की गतिविधियों में 14 प्रतिशत तक की कमी आई। यह अनाम लोकेशन डेटा का इस्तेमाल कर महामारी के दौरान विभिन्न श्रेणियों वाली जगहों पर लोगों की आवाजाही का जायजा लेती है। 2020 के स्तर की तुलना में इसमें बदलाव दिखा। कार्यस्थल पर जाने वालों की संख्या भी घटी है।
सोमवार सुबह (9 बजे) यातायात की भीड़ में पिछले हफ्ते की तुलना में सुधार दिखा। वैश्विक लोकेशन तकनीक कंपनी टॉम टॉम इंटरनैशनल के डेटा दर्शाते हैं कि यह 2019 के स्तर से आधे से कम है। नई दिल्ली में एक हफ्ते पहले के यातायात में 60 फीसदी की कमी की तुलना में यह गिरावट 54 फीसदी तक है। मुंबई में यातायात में कमी एक हफ्ते पहले के 68 प्रतिशत की तुलना में 65 प्रतिशत तक रही।
माल ढुलाई के लिहाज से भारतीय रेलवे में वृद्धि की गति थमती हुई नजर आई। माल ढुलाई में वृद्धि एक हफ्ते पहले 10.23 प्रतिशत तक थी जबकि ताजा हफ्ते के दौरान यह वृद्धि 7.12 प्रतिशत तक रही। माल ढुलाई से होने वाली कमाई में वृद्धि भी पहले के 15.26 प्रतिशत की तुलना में 8.52 प्रतिशत तक रही।
बिजली की मांग कम रही क्योंकि देश के कई हिस्सों में बिजली की मांग आमतौर पर संतुलित रहती है। देश भर के बिजली संयंत्रों ने 23 जनवरी को खत्म हुए सप्ताह के दौरान 5.5 प्रतिशत की वृद्धि के साथ रोजाना औसतन 379.8 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन किया जबकि इससे पिछले हफ्ते 359.9 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ था। पिछले हफ्ते बिजली उत्पादन वित्त वर्ष 2020 की समान अवधि की तुलना में 7.8 फीसदी अधिक था लेकिन यह वित्त वर्ष 2021 की समान अवधि की तुलना में मामूली रूप से (-0.1 फीसदी) कम था।
बिज़नेस स्टैंडर्ड अर्थव्यवस्था की मौजूदा तस्वीर का अंदाजा लगाने के लिए इन संकेतकों का जायजा लेता है। वृहद अर्थव्यवस्था के आधिकारिक आंकड़े अंतराल के साथ जारी होते हैं। दुनिया भर के विश्लेषक इन्हीं समान संकेतकों का जायजा लेते हैं। इससे यह भी अंदाजा मिलता है कि सरकार ने कोविड-19 महामारी को नियंत्रण में लाने के लिए जो प्रतिबंध लगाए उनका आर्थिक प्रभाव क्या पड़ा है। गूगल के डेटा अंतराल के साथ जारी होते हैं और ताजा आंकड़े 20 जनवरी के हैं। यातायात के आंकड़े सोमवार सुबह के हैं। बाकी सभी डेटा रविवार, 23 जनवरी के हैं।

First Published : January 24, 2022 | 11:05 PM IST