त्योहारों के पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उपभोक्ताओं के व्यय और पूंजीगत व्यय को प्रोत्साहन देने के कदमों की घोषणा की है। सरकार के मुताबिक इससे 1 लाख करोड़ रुपये की मांग का सृजन होगा, जिससे सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि में मदद मिलेगी। उद्योग जगत से जुड़े अधिकारियों और विशेषज्ञों का कहना है कि इन कदमों का ई-कॉमर्स और ओमनीचैनल रिटेल कंपनियों पर सकारात्मक असर पड़ेगा। इससे सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यमों (एमएसएमई) के डिजिटल ट्रांसफार्मेशन और भारत की अर्थव्यवस्था की बहाली में मदद मिलेगी।
इन कदमों में एलटीसी (यात्रा अवकाश भत्ता) कैश वाउचर और त्योहारी अग्रिम योजना शामिल है। इस योजना के तहत सरकारी व निजी क्षेत्र के कर्मचारी अपने एलटीसी पर कर मुक्ति का लाभ विभिन्न तरह की खरीद में ले सकेंगे। इसके अलावा 10,000 रुपये ब्याज रहित अग्रिम की सुविधा भी सरकारी कर्मचारियों को दी गई है।
ई-कॉमर्स दिग्गज फ्लिपकार्ट के चीफ कॉर्पोरेट अफेयर्स ऑफिसर रजनीश कुमार ने कहा, ‘वित्त मंत्री की घोषणाएं उपभोक्ता मांग बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम है।’ उन्होंने कहा कि एलटीसी कैश वाउचर और त्योहारी अग्रिम योजना से अर्थव्यवस्था में मांग बढ़ाने में मदद मिलेगी। कुमार ने कहा कि मांग बढ़ाने में ई-कॉमर्स की अग्रणी भूमिका होगी और सरकार के फैसले से ग्राहकों के हाथों में और पैसे आएंगे, जिन्हें वे ऑनलाइन खर्च कर सकेंगे, जिससे ऑनलाइन खरीद को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि इससे लाखों एमएसएमई और विक्रेताओं को मदद मिलेगी।
ईवाई इंडिया में पार्टनर और ई-कॉमर्स और उपभोक्ता इंटरनेट के मार्केट लीडर अंकुर पाहवा ने कहा कि आगामी त्योहारी सीजन कारोबार बहाल करने मेंं अहम भूमिका निभाएगा, जिसमें चल रही महामारी के कारण गिरावट आई है। उन्होंने कहा, ‘ग्राहकों की धारणा धीरे धीरे सुधर रही है। वित्त मंत्री द्वारा घोषित पहल से खपत बढ़ेगी, क्योंकि इसके माध्मय से लोगों के हाथ में नकदी दी गई है। इससे ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों कारोबारियों को फायदा होगा।’
एक बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी के अधिकारी ने नाम न दिए जाने की शर्त पर कहा, ‘सरकार और निजी क्षेत्र द्वारा घोषणाएं लागू किए जाने के बाद हम उम्मीद कर रहे हैं कि बड़ी संख्या में लोगों के हाथ खर्च करने के लिए नकदी आएगी, जिसे वे अवधि बीतने के पहले खर्च करना चाहेंगे।’
भारत में ई-कॉमर्स तेजी से बढ़ रहा है। रेडसीर के मुताबिक अनलॉक के बाद ई-कॉमर्स कारोबार कोविड के पहले के स्तर के 80 प्रतिशत पर पहुंच गया है। रिटेलर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (आरएआई) के सीईओ कुमार राजगोपालन ने कहा, ‘भारत का खुदरा उद्योग त्योहारी खरीद से उम्मीद बनाए हुए है, जिससे कि उसके घाटे की रिकवरी हो सके।’ उन्होंने कहा कि खुदरा क्षेत्र ने वित्त मंत्री की घोषणाओं का स्वागत किया है, जिससे अर्थव्यवस्था में मांग बढ़ेगी।
