भारतीय रिजर्व बैंक का विदेशी मुद्रा भंडार 20 जनवरी को समाप्त सप्ताह में 1.7 अरब डॉलर बढ़कर 573.73 अरब डॉलर हो गया है। हाल के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
रिजर्व बैंक की विदेशी मुद्रा संपत्ति के साथ स्वर्णधारिता में बढ़ोतरी के कारण रिजर्व में बढ़ोतरी हुई है।
विदेशी मुद्रा संपत्तियां 83.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 506.36 अरब डॉलर हो गईं हैं, जबकि आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले सप्ताह की तुलना में स्वर्ण भंडार 82.1 करोड़ डॉलर बढ़कर 43.71 अरब डॉलर हो गया है।
इस सप्ताह के दौरान अमेरिकी डॉलर की तुलना में रुपया 0.3 प्रतिशत मजबूत हुआ है। ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक अमेरिकी डॉलर सूचकांक इस सप्ताह सपाट 102.20 अंक पर बंद हुआ है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘गैर डॉलर संपत्तियों के पुनर्मूल्यांकन, ग्रीन बॉन्ड जारी होने के पहले डॉलर की खरीद और सोने की कीमत में बढ़ोतरी की वजह से 20 जनवरी को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ गया है।’
फरवरी से सितंबर 2022 के दौरान रिजर्व बैंक के भंडार में 100 अरब डॉलर की कमी आई है। पिछले 3 महीने से रिजर्व बैंक अपना भंडार ठीक कर रहा है।
इस माह की शुरुआत में रिजर्व बैंक के स्टाफ ने कहा था कि सितंबर के अंत से विदेशी मुद्रा भंडार 28.9 अरब डॉलर बढ़ा है और यह 6 जनवरी, 2023 को 561.6 अरब डॉलर था और यह 2022-23 के 9 महीने के आयात बिल की भरपाई करने के बराबर था। नवंबर 2022 में केंद्रीय बैंक ने अमेरिकी डॉलर की शुद्ध खरीद की थी।