अर्थव्यवस्था

Budget 2024: मोदी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला, महंगाई कम हुई

Budget 2024: उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) पर आधारित वार्षिक मुद्रास्फीति नवंबर, 2023 में 5.55 प्रतिशत और नवंबर, 2022 में 5.72 प्रतिशत थी।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- February 01, 2024 | 12:42 PM IST

Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में मोदी सरकार का दूसरा अंतिरम बजट पेश कर रही है। अपने बजट भाषण में गुरुवार को उन्होंने सरकार की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मोदी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है। उन्होंने लोकसभा में अंतरिम बजट पेश करते हुए कहा कि गरीबी से निपटने के पिछली सरकारों के नजरिये से बेहद मामूली परिणाम मिले।

सीतारमण ने कहा कि अब पारदर्शिता के आधार पर सभी पात्र नागरिकों को लाभ हस्तांतरित किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के जरिये परिवर्तनकारी सुधारों की शुरुआत की जा रही है।

सक्रिय मुद्रास्फीति प्रबंधन महंगाई को काबू रखने में मदद करता है: सीतारमण

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को अंतरिम बजट पेश करते हुए कहा कि सक्रिय मुद्रास्फीति प्रबंधन ने देश की महंगाई को उस दायरे में रखने में मदद की जिससे निपटा जा सकता है। उन्होंने कहा कि महंगाई कम हुई है।

भारतीय रिज़र्व बैंक को सरकार द्वारा खुदरा मुद्रास्फीति को दोनों तरफ दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर लाने का लक्ष्य दिया गया है।

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उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) पर आधारित वार्षिक मुद्रास्फीति नवंबर, 2023 में 5.55 प्रतिशत और नवंबर, 2022 में 5.72 प्रतिशत थी।

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वस्तुओं में मूल्यवृद्धि की दर (जो CPI का करीब आधा हिस्सा है) दिसंबर, 2023 में बढ़कर 9.53 प्रतिशत हो गई। यह नवंबर, 2023 में 8.7 प्रतिशत और दिसंबर 2022 में 4.19 प्रतिशत थी। अगस्त, 2023 में महंगाई दर 6.83 प्रतिशत के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी।

First Published : February 1, 2024 | 12:06 PM IST