T-20 world cup 2024: भारत ने बारबेडॉस के मैदान में शनिवार को दिल की धड़कनें थामने वाले मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को हराकर ट्वेंटी-20 विश्व कप का खिताब अपने नाम कर लिया। उसके कुछ ही देर बाद करोड़ों भारतीयों ने एक दुर्लभ दृश्य देखा, जब हमेशा संजीदा रहने वाले भारतीय कोच और महान क्रिकेटर राहुल द्रविड़ ट्रॉफी हाथ में लेकर उछल रहे थे। पास में कप्तान रोहित शर्मा और नायाब बल्लेबाज विराट कोहली एक दूसरे को गले लगा रहे थे। टीम में सबसे लंबे अरसे से सबसे छोटा वाला क्रिकेट खेल रहे दोनों बल्लेबाजों की यह तस्वीर कल रात से ही इंटरनेट पर छाई हुई है।
मगर 20 देशों की रस्साकशी के बाद ट्वेंटी-20 विश्व कप जीतने के फौरन बाद जश्न के बीच ही विराट और रोहित ने टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। भारतीय क्रिकेट में शायद ही कभी एक दूसरे से बिल्कुल उलट फितरत और अंदाज वाले खिलाड़ियों का लोहा क्रिकेट की दुनिया में माना गया हो।
विराट मैदान में एकदम चौकन्ने और चीते की तरह छलांग लगाकर मौका लपकने के लिए मशहूर हैं तो रोहित एकदम बेफिक्र और तसल्ली भरे अंदाज में अपना बल्ला भांजते हैं। मगर जब दोनों एक साथ हुए तो पिछले करीब एक दशक में क्रिकेट के हर मैदान में भारत के नाम की इबारत गहरी होती गई। टेस्ट हो, एकदिवसीय क्रिकेट हो या ट्वेंटी-20, इस जोड़ी का कोई सानी नहीं रहा।
शनिवार की रात खुशी से छलकती करोड़ों आंखों के सामने सबसे पहले विराट ने कहा कि भारत के लिए यह उनका आखिरी ट्वेंटी-20 मैच था। कुछ देर बाद ही रोहित ने भी संन्यास का ऐलान कर दिया। रोहित ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने कभी सोचा ही नहीं था कि मैं ट्वेंटी-20 से संन्यास लूंगा। मगर इससे अच्छा मौका शायद और कोई नहीं होगा। कप जीतने के बाद अलविदा कहने से बेहतर कुछ नहीं है।’
उम्र में रोहित से एक साल छोटे विराट ने एक ही लाइन में अपने संन्यास की बात कह दी। मैन ऑफ द मैच का खिताब जीतने के बाद प्रसारकों से बातचीत में उन्होंने सीधे कह दिया, ‘ यह मेरा आखिरी ट्वेंटी 20 विश्व कप था और हम यही हासिल करना चाहते थे।’
दोनों के संन्यास ने किसी को हैरत में नहीं डाला क्योंकि इसका अंदाजा पहले से था। ऑस्ट्रेलिया में 2022 में हुए ट्वेंटी-20 कप के बाद इन दोनों को शायद ही भारत की ओर से 20-20 ओवर के मुकाबले खिलाए गए। इन दोनों के बाद रविवार शाम को अनुभवी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने भी ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। तीनों अभी टेस्ट, एकदिवसीय और आईपीएल के लिए मैदान में दिखेंगे मगर ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय से उनका संन्यास ऐसा लग रहा है मानो क्रिकेट सुपरस्टारों की पूरी पीढ़ी ही मैदान छोड़ गई है।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज और 1983 विश्व कप विजेता टीम के खिलाड़ी रहे दिलीप वेंगसरकर का मानना है कि इन तीन खिलाड़ियों के पास अभी भी भारतीय क्रिकेट को देने के लिए काफी कुछ है।
वेंगसरकर ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘इस बारे में मेरा नजरिया है कि किसी भी ड्रेसिंग रूम में चाहे वह आईपीएल हो अथवा अंतरराष्ट्रीय मैच उनकी उपस्थिति से नए और उभरते खिलाड़ियों को मदद करेगी क्योंकि वे अनुभवी हैं और उनका नजरिया भी आकर्षक है।’ आगे चलकर रोहित, विराट और जडेजा भी महेंद्र सिंह धौनी के नक्शेकदम पर चल सकते हैं, जो इन दिनों सिर्फ आईपीएल में दिखते हैं।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने भी परिवार के साथ समय बिताने के लिए संन्यास का ऐलान कर दिया था। मगर इस दिग्गज गेंदबाज ने कहा है कि वह आईपीएल खेलते रहेंगे। धौनी और बोल्ट ने क्रिकेटरों के लिए कमाई के नए रास्ते ईजाद किए हैं। ट्वेंटी 20 विश्व कप जीतने और रोहित, विराट तथा जडेजा के संन्यास के साथ ही भारतीय क्रिकेट में अब बदलाव का एक मुश्किल दौर भी सही मायने में शुरू हो गया है।