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ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो (Zomato) अपने 10 मिनट के डिलीवरी प्लेटफॉर्म ब्लिंकिट (Blinkit) का विस्तार करने की योजना बना रहा है।
इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, फूड एग्रीगेटर Blinkit में विभिन्न श्रेणियों के उत्पादों को जोड़ेगा।
कैटेगरी को एक्सपैंड करके Zomato सीधे एमेजॉन (Amazon) और फ्लिपकार्ट (Flipkart) जैसे ई-कॉमर्स दिग्गजों को टक्कर दे सकती है। सूत्रों ने ET को बताया कि इसे हासिल करने के लिए, जोमैटो ने सीधे उत्पादों के स्रोत और स्टॉक का प्रबंधन करने के लिए अपनी सप्लाई चेन बनाने की योजना बनाई है।
डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) सेक्टर में इस कदम को कंपनी के लिए लॉन्ग टर्म ग्रोथ ड्राइवर के रूप में देखा जा रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि Zomato पहले से ही इन्वेंट्री पर स्टॉक करने के लिए अलग-अलग कैटेगरी में व्यक्तिगत ब्रांड मालिकों के साथ बातचीत कर रहा है।
बता दें कि कंपनी ने इसको लेकर अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है।
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एक अन्य सूत्र ने ईटी को बताया कि Zomato ने इस रणनीति के तहत कम से कम दो बार ई-कॉमर्स एनेबलर, Shiprocket के अधिग्रहण और विलय का प्रयास किया है। शिपरॉकेट कई D2C ब्रांडों के साथ काम करता है। रिपोर्ट के अनुसार, शिपरोकेट ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया।
ब्लिंकिट का ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू (GOV) Q3FY24 में दोगुना होकर 3,542 करोड़ रुपये हो गया, जो कि Q3FY23 में 1,749 करोड़ रुपये से साल-दर-साल (YoY) 103 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करता है।
Zomato द्वारा एक्सचेंजों को दी गई जानकारी के मुताबिक, कंपनी ने सालाना आधार पर (YoY) 138 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट (net profit) दर्ज किया है। जबकि, कंपनी ने एक साल पहले की समान अवधि में (FY23Q3) में 347 करोड़ रुपये का नेट घाटा दर्ज किया था।
सितंबर तिमाही में (FY24Q2) में कंपनी ने घाटे से उबरते हुए 36 करोड़ रुपये का नेट मुनाफा दर्ज किया था। वहीं, चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी का टोटल रेवेन्यू 69 फीसदी बढ़कर 3,288 करोड़ रुपये हो गया है। जबकि एक साल पहले की समान अवधि (FY23Q3) में यह 1,948 करोड़ रुपये थी।