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Zee ने HC के जज की अगुवाई में बनाई स्वतंत्र कमेटी, 2,000 करोड़ रुपये के घोटाले की अफवाहों का किया खंडन

Zee Entertainment Limited ने तीन सदस्यीय independent advisory committee का गठन शेयरहोल्डर्स के भरोसे को फिर से जीतने के लिए किया है।

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रत्न शंकर मिश्र   
Last Updated- February 23, 2024 | 11:50 PM IST

भारत की दिग्गज मीडिया ब्रॉडकास्टर ज़ी एंटरटेनमेंट लिमिटेड (Zee Entertainment Limited) ने आज यानी 23 फरवरी को हाईकोर्ट के जज की अगुवाई में तीन सदस्यों की स्वतंत्र समिति गठित करने का ऐलान किया है।

कंपनी ने बताया कि उसके द्वारा गठित नीन सदस्यों की कमेटी की अगुवाई इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज डॉक्टर सतीश चंद्र करेंगे। उनके अलावा कमेटी में दो अन्य सदस्य कंपनी के बोर्ड ऑफ डॉयरेक्टर्स के सदस्य होंगे। जिनका नाम उत्तम अग्रवाल और पी. वी. राममूर्ति है।

गौरतलब है कि हाल ही में कंपनी के फाउंडर्स सुभाष चंद्रा और उनके बेटे पुनीत गोयनका द्वारा ज़ी एंटरटेनमेंट से रकम के गबन का मामला तूल पकड़ लिया था। जिसे लेकर मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) जांच कर रही थी। जांच में सेबी को 2,000 करोड़ रुपये की हेराफेरी का पता चला। और यह रकम शुरू में लगाए गए 200 करोड़ रुपये की गड़बड़ी के आरोप के मुकाबले 10 गुना ज्यादा थी। जिसके चलते कंपनी के शेयरहोल्डर्स का भरोसा कम होने लगा।

कंपनी ने आज तीन सदस्यीय कमेटी का गठन शेयरहोल्डर्स के भरोसे को फिर से जीतने के लिए किया है। इसी के मद्देनजर कंपनी ने स्वतंत्र कमेटी का गठन किया।

शेयरहोल्डर्स का भरोसा जीतना चाहती है ZEEL

कंपनी ने एक्सचेंजों (BSE और NSE) को दी गई जानकारी में बताया, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सूचीबद्धता दायित्व और प्रकटीकरण आवश्यकताएं) विनियम, 2015 (‘LODR Regulations’) के रेगुलेशन 30 के अनुसार, हम आपको सूचित करते हैं कि गलत सूचना, बाजार अफवाहों और अटकलों के व्यापक प्रसार का संज्ञान लेते हुए कंपनी के बारे में नकारात्मक मत बनने और इसकी वजह से निवेशकों के वेल्थ में गिरावट के कारण, कंपनी के निदेशक मंडल (Board of Directors) ने माननीय इलाहाबाद उच्च न्यायालय के रिटायर्ड न्यायाधीश डॉ. सतीश चंद्रा की अध्यक्षता में एक स्वतंत्र सलाहकार समिति का गठन किया है, वे समिति के अध्यक्ष होंगे, और बोर्ड के दो सदस्य, यानी कंपनी के स्वतंत्र निदेशक (इंडिपेंडेंट डॉयरेक्टर) उत्तम अग्रवाल और डॉ. पी वी रमण मूर्ति समिति के दो अन्य सदस्य होंगे।’

क्या है Zee Entertainment पर आरोप?

बता दें कि ब्लूमबर्ग और रॉयटर्स ने सूत्रों का हवाला देते हुए खबरों में कहा था कि SEBI को अपनी जांच के दौरान ZEE में करीब 2,000 करोड़ रुपये की गड़बड़ी मिली है। इन खबरों ने उन निवेशकों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया जिन्होंने ZEE और सोनी (Zee-Sony merger) के बीच 10 अरब डॉलर के विलय के अंतिम प्रयास की अटकलों के बीच शुरुआती सत्र में Zee के शेयर खरीदे थे।

शेयर चढ़े

तमाम अटकलों के बीच भी आज ज़ी एंटरटेनमेंट के शेयर हरे निशान पर ही बंद हुए। इंट्रा डे ट्रेड के दौरान इसके शेयर करीब 4 फासदी की बढ़ोतरी के साथ 177.20 रुपये तक पहुंच गए थे। हालांकि, बाद में थोड़ी बढ़त में गिरावट आई और इसके शेयर NSE पर 3.54 फीसदी की उछाल के साथ 174.10 रुपये पर बंद हुए।

First Published : February 23, 2024 | 7:17 PM IST