प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
खुदरा क्षेत्र की वैश्विक दिग्गज कंपनी वॉलमार्ट ने साल 2027 तक भारत से सालाना आपूर्ति बढ़ाकर 10 अरब डॉलर करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। वॉलमार्ट इंक के अध्यक्ष और मुख्य कार्य अधिकारी डग मैकमिलन ने कहा, ‘मैं लंबे समय से भारत आ रहा हूं और पिछले कुछ सालों के दौरान आप देख सकते हैं कि कहानी कैसे सामने आ रही है, व्यापक हो रही है और काफी दिलचस्प होती जा रही है। पहले हम केवल कुछ सीमित श्रेणियों से ही उत्पाद ले रहे थे, लेकिन उत्पाद लेने का हमारा कारोबार बहुत बढ़ गया है और अब हमारा लक्ष्य इसे प्रति वर्ष 10 अरब डॉलर तक पहुंचाना है।
कंपनी ने पिछले दो दशकों में भारत से 30 अरब डॉलर से ज्यादा के उत्पाद लिए हैं।
मैकमिलन भारत की दो दिन की यात्रा पर हैं और वह भारत में कंपनी के कई कारोबारों के प्रदर्शन के बारे में बता रहे थे। इनमें निर्यात, डिजिटल नवाचार, समावेशी आपूर्ति श्रृंखलाओं का निर्माण और समुदायों को सशक्त बनाना शामिल है।
मैकमिलन ने कहा, ‘इतनी बड़ी अर्थव्यवस्था का इतनी तेजी से बढ़ना और इतने सारे लोगों के लिए इतने अवसर पैदा करना दुर्लभ बात है और हम उस प्रक्रिया का हिस्सा बनना चाहते हैं।’
कंपनी 20 से अधिक साल से भारत में है और उसने साल 2018 में फ्लिपकार्ट में 77 प्रतिशत नियंत्रण हिस्सेदारी हासिल की थी। उसने ऑनलाइन भुगतान प्लेटफॉर्म फोनपे में भी नियंत्रित हिस्सेदारी हासिल की थी। उन्होंने कहा, ‘सालों पहले हमें फ्लिपकार्ट और फोनपे में निवेश करने का अवसर मिला और इन वर्षों में जिस तरह हमारी टीमों ने उन कारोबारों को बढ़ाने के लिए काम किया है, वह प्रेरणादायक रहा है।’
फोनपे आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) की तैयारी में जुटी हुई है और खबर है कि वह अगस्त की शुरुआत में अपना मसौदा पत्र दाखिल करने वाली है।