प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
वियतनामी दिग्गज कंपनी विनफास्ट सोमवार को तमिलनाडु के तूत्तुक्कुडि स्थित अपने संयंत्र में उत्पादन शुरू करने की तैयारी कर रही है। डीलरों का कहना है कि उसकी प्रीमियम इलेक्ट्रिक एसयूवी, वीएफ6 और वीएफ 7 पहले से ही पूरे देश में धूम मचा रही हैं।
इसकी प्रतिद्वंद्वी टेस्ला पर मीडिया का ध्यान आकर्षित होने के बीच डीलरों और उद्योग विशेषज्ञों ने संकेत दिया है कि विनफास्ट पिछले छह वर्षों में भारत में एक विदेशी ऑटोमोबाइल कंपनी द्वारा सबसे अधिक पसंद की गई कंपनियों में से एक है, 2019 में दक्षिण कोरियाई प्रमुख किआ और चीन के स्वामित्व वाली कार निर्माता एमजी मोटर के बाद। हालांकि, जो बात इसकी शुरुआत को खास बनाती है, वह है देश भर में फैले रिटेल आउटलेट्स की लाइन-अप, इसके अलावा सहायक विनग्रीन के माध्यम से चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर में इसकी शुरुआत।
राज्य में तीन आउटलेटों के साथ आने की योजना बना रहे देवभूमि ग्रुप के प्रबंध निदेशक राजिंदर वशिष्ठ ने कहा, ‘हिमाचल प्रदेश में, उत्पादों और उनके निर्माण के बारे में जिज्ञासा के कारण हमारे पास बहुत सारे सवाल आ रहे हैं।’
वशिष्ठ ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘हमें कार, उसके प्रदर्शन और माइलेज के बारे में लगातार पूछताछ मिल रही है। विनफास्ट एक विश्वसनीय ब्रांड है और हम 12 जिलों में चार्जिंग स्टेशन लगाने की भी योजना बना रहे हैं।’ देवभूमि हिमाचल प्रदेश में ह्युंडै मोटर का पहले से ही सबसे बड़ा डीलर है और स्कोडा का भी संचालन करता है।
तूत्तुक्कुडि इकाई भारत में किसी विदेशी कंपनी द्वारा स्थापित पहली समर्पित इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण इकाई है। हालांकि इस प्योर-प्ले ईवी निर्माता ने अभी तक कोई आंकड़ा जारी नहीं किया है, लेकिन उद्योग की उम्मीद के अनुसार कंपनी अपने शुरुआती चरण में लगभग 1,000-1,500 चार्जिंग स्टेशन भी स्थापित कर सकती है। 8 जुलाई को, कंपनी ने गुरुग्राम में अपने सभी डीलरों के साथ एक बैठक की और विभिन्न शहरों में रिटेल आउटलेटों का उद्घाटन पहले ही हो चुका है। इन कारों की व्यावसायिक बिक्री अगस्त के मध्य से शुरू होने की उम्मीद है।