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Biocon की किर्स्टी को USFDA की मंजूरी, सस्ती इंसुलिन की दिशा में बड़ा कदम

इंटरचेंजेबल बायोसिमिलर को बिना प्रिस्क्राइबर की अनुमति के फार्मेसी में उसके मूल बायोलॉजिक के साथ बदला जा सकता है।

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अनीका चटर्जी   
Last Updated- July 17, 2025 | 11:44 AM IST

बायोफार्मास्युटिकल कंपनी बायोकॉन की सहायक इकाई बायोकॉन बायोलॉजिक्स ने बुधवार को कहा कि अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने नोवोलॉग (इंसुलिन एस्पार्ट) के लिए ‘पहली और एकमात्र’ इंटरचेंजेबल बायोसिमिलर ‘किर्स्टी’ (इंसुलिन एस्पार्ट) को मंजूरी दे दी है। इंटरचेंजेबल बायोसिमिलर को बिना प्रिस्क्राइबर की अनुमति के फार्मेसी में उसके मूल बायोलॉजिक के साथ बदला जा सकता है।

बायोकॉन बायोलॉजिक्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक श्रीहास तांबे ने कहा, ‘अमेरिका में पहली और एकमात्र इंटरचेंजेबल बायोसिमिलर रैपिड-एक्टिंग इंसुलिन एस्पार्ट किर्स्टी को एफडीए की मंजूरी मिलना इंसुलिन को अधिक सुलभ और सस्ती बनाने के हमारे प्रयासों में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।’

उन्होंने कहा, ‘इसे सेमग्ली के आधार पर बनाया गया है, जिससे वैज्ञानिक उत्कृष्टता और रोगी-केंद्रित नवाचार के प्रति हमारी कटिबद्धता और मजबूत हुई है। किर्स्टी के साथ हम मधुमेह पीड़ित लोगों के उपचार के विकल्पों का दायरा बढ़ा रहे हैं और मधुमेह देखभाल में आवश्यकताओं को पूरा करने में वैश्विक अग्रणी बनने की महत्वाकांक्षा को आगे बढ़ा रहे हैं।’

किर्स्टी को मंजूरी से बायोकॉन बायोलॉजिक्स के बायोसिमिलर इंसुलिन पोर्टफोलियो को मजबूती मिली है। इसमें सेमग्ली इंसुलिन भी शामिल है जो पहला एफडीए स्वीकृत इंटरचेंजेबल बायोसिमिलर है। किर्स्टी 2022 से यूरोप और कनाडा में उपलब्ध है। बायोकॉन बायोलॉजिक्स ने मार्च में अमेरिका में इंसुलिन एस्पार्ट की पहुंच में सुधार के लिए सिविका इंक के साथ समझौते की घोषणा की।

First Published : July 17, 2025 | 11:44 AM IST