आदित्य बिड़ला समूह की अल्ट्राटेक और अरबपति गौतम अदाणी के स्वामित्व वाली अंबुजा, सीमेंट क्षेत्र में और परिसंपत्तियों की तलाश कर रही है। इससे पहले भरपूर नकदी वाली दोनों कंपनियों ने कई अधिग्रहण किए हैं। बैंकरों ने ये बातें कही।
कुमार मंगलम बिड़ला के स्वामित्व वाली अल्ट्राटेक, सीके बिड़ला समूह की कंपनी ओरिएंट सीमेंट की दौड़ से बाहर हो गई क्योंकि ड्यू डिलिजेंस के बाद उसे इस कंपनी के लिए मांगी गई कीमत ज्यादा लगी। बैंकरों ने ये बातें कही।
एक बैंकर ने कहा, दोनों कंपनियां विलय-अधिग्रहण के जरिये क्षमता विस्तार पर काफी आक्रामक हैं और अन्य कंपनियों (खास तौर से प्राइवेट इक्विटी के स्वामित्व वाली) के लिए अच्छी पेशकश कर रही है। ओरिएंट के मामले में अंबुजा ने अन्य बोलीदाताओं के मुकाबले बेहतर सौदे की पेशकश की। पिछले एक साल में ओरिएंट सीमेंट का शेयर 70 फीसदी चढ़ा है और मंगलवार को यह 343 रुपये पर बंद हुआ।
अंबुजा सीमेंट का लक्ष्य उत्पादन क्षमता मौजूदा 10 करोड़ टन सालाना से बढ़ाकर वित्त वर्ष 2028 तक 14 करोड़ टन पर पहुंचाने का है। इसकी तुलना में उसकी मुख्य प्रतिस्पर्धी अल्ट्राटेक की योजना अपनी उत्पादन क्षमता वित्त वर्ष 27 वतक 20 करोड़ टन करने की है, जो अभी 15 करोड़ टन सालाना है। दोनों अरबपतियों के बीच अग्रणी बनने की दौड़ से सीमेंट परिसंपत्तियों को बेहतर मूल्यांकन मिल रहा है। बैंकरों का ऐसा कहना है।
ओरिएंट सीमेंट का स्वामित्व वास्तव में बिड़ला फैमिली के सदस्य सीके बिड़ला के पास था और दोनों कंपनियों के बीच कई दौर की बातचीत हुई। लेकिन ओरिएंट सीमेंट की तरफ से मांगी गई कीमत अल्ट्राटेक के लिए काफी ज्यादा थी, जो काफी आक्रामक मानी जाती है।