टोयोटा मोटर भारत में तीसरा संयंत्र लगाने की योजना बना रही है। दो सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कंपनी पिछले एक दशक में पहली बार अपनी उत्पादन बढ़ाने की तैयारी कर रही है क्योंकि सुजूकी मोटर के साथ साझेदारी के बाद उसकी घरेलू बिक्री बढ़ गई है।
इन योजनाओं की सीधी जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी कार निर्माता की योजना है कि शुरू में संयंत्र से 80,000 से 1.20 लाख वाहन बनें, जो आगे चलकर दो लाख हो जाए। संयंत्र की प्रस्तावित शुरुआती क्षमता भारत में टोयोटा की मौजूदा विनिर्माण क्षमता को वर्तमान में 4,00,000 इकाइयों से 30 फीसदी तक बढ़ाएगी।
तीसरे सूत्र ने कंपनी की योजना के बारे में कहा कि टोयोटा भारतीय बाजार के लिए एक स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन (एसयूवी) भी बना रही है, जिसे साल 2026 की शुरुआत में पेश किया। सूत्रों ने अपनी पहचान उजागर करने से इनकार कर दिया क्योंकि वाहन निर्माता ने विस्तार योजना का खुलासा नहीं किया है।
टोयोटा इंडिया के भी प्रतिनिधि ने इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। सुजूकी के साथ वैश्विक साझेदारी होने से टोयोटा की बिक्री में भी इजाफा हुआ है। इसके तहत दो जापानी कार विनिर्माता अपने साझेदार की कुछ गाड़ियां लेती हैं और फिर इसमें अपने ब्रांड के तहत कुछ बदलाव करके इसे बेचती है।
भारत में टोयोटा की कुल बिक्री में मारुति सुजूकी की ग्लैंजा हैचबैक और अर्बन क्रूजर हाईराइडर एसयूवी जैसे मॉडलों की हिस्सेदारी करीब 40 फीसदी है। टोयोटा की वर्तमान उत्पादन क्षमता का लगभग दो-तिहाई हिस्सा मारुति सुजूकी द्वारा अपनी साझेदारी के हिस्से के रूप में दोनों कार निर्माताओं के लिए वाहन बनाने के लिए उपयोग किया जा रहा है।
भारत में फॉर्च्यूनर एसयूवी और कैमरी हाईब्रिड जैसी गाड़ियों के लिए पहचाने जाने वाली टोयोटा ने सितंबर की शुरुआत में न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से कहा था कि उसे साल 2023 में रिकॉर्ड बिक्री की उम्मीद है।
दो सूत्रों ने बताया कि जापानी कार निर्माता अब इस दशक के अंत से पहले हर साल पांच लाख वाहनों की उत्पादन क्षमता का लक्ष्य रख रही है, जिसमें सुजूकी को आपूर्ति किए जाने वाले कार मॉडल भी शामिल हैं।