facebookmetapixel
Bihar चुनाव के बाद लालू परिवार में भूचाल, बेटी रोहिणी ने राजनीति और परिवार दोनों को कहा ‘अलविदा’1250% का तगड़ा डिविडेंड! अंडरवियर बनाने वाली कंपनी ने निवेशकों पर लुटाया प्यार, रिकॉर्ड डेट अगले हफ्ते₹4 करोड़ कम, लेकिन RR चुना! जानिए क्यों Jadeja ने CSK को कहा अलविदा75% का तगड़ा डिविडेंड! फॉर्मा कंपनी का निवेशकों को बड़ा तोहफा, रिकॉर्ड डेट अगले हफ्ते25 की उम्र में रचा इतिहास! मैथिली ठाकुर बनीं बिहार की सबसे कम उम्र की MLA; जानें पिछले युवा विजेताओं की लिस्टDividend Stocks: अगले हफ्ते 50 से अधिक कंपनियां बाटेंगी डिविडेंड, शेयधारकों को मिलेगा अतिरिक्त मुनाफाBonus Stocks: हर एक पर पांच शेयर फ्री! ऑटो सेक्टर से जुड़ी कंपनी का निवेशकों को गिफ्ट, रिकॉर्ड डेट फिक्सBihar Election Results: महागठबंधन की उम्मीदें क्यों टूटीं, NDA ने डबल सेंचुरी कैसे बनाई?इंडिगो 25 दिसंबर से नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 10 शहरों के लिए शुरू करेगी घरेलू उड़ानेंDelhi Weather Update: सावधान! दिल्ली-NCR में जहरीली हवा का कहर, IMD ने कोल्ड-वेव अलर्ट जारी किया

टायर फिर कर देंगे वाहन मालिकों का बजट पंचर

Last Updated- December 07, 2022 | 8:40 AM IST

कच्चे माल के दाम में इजाफे की वजह से टायरों की कीमत बढ़े अभी बमुश्किल एक महीना ही बीता है, लेकिन टायर कंपनियां एक बार फिर दाम में बढ़ोतरी करने के लिए तैयार हो गई हैं।


कच्चे माल में जबरदस्त महंगाई की वजह से मुनाफे पर चोट झेल रही सिएट, जेके टायर्स और एमआरएफ समेत तमाम कंपनियां जल्द ही कीमतों में वृद्धि का ऐलान कर सकती हैं। वाहन मालिकों के लिए परेशानी का सबब यह है कि इस बार कीमतों में इजाफा पिछली बार के मुकाबले कम से कम दोगुनी दर से होगा।

कंपनियां अगले महीने के पहले हफ्ते में ही टायरों के दाम में 6 से 7 फीसद की बढ़ोतरी करने की योजना बना रही हैं। तकरीबन एक महीने पहले इन्हीं कंपनियों ने कीमतों में 2 से 3 फीसद का इजाफा किया था। मजे की बात है कि टायर कपंनियों का यह फैसला उस वक्त आया है, जब वाहन निर्माता भी इसी दिशा में सोच रहे हैं। महिंद्रा ऐंड महिंद्रा, हुंडई मोटर और डेमलर जैसी कंपनियां भी कच्चे माल की कीमत बढ़ने की वजह से अपने वाहनों के दाम 1 से 3 फीसद बढ़ाने जा रही हैं। ऐसे में टायरों के दाम भी बढ़ने से ग्राहकों पर दोहरी मार पड़ेगी।

सिएट टायर्स के मुख्य वित्तीय अधिकारी के जे राव ने कहा, ‘पिछली बार हमने कीमत में जो इजाफा किया था, उससे कच्चे माल की लागत में हुई बढ़ोतरी के मुताबिक नहीं था। पिछले दो महीनों में समूचे कच्चे माल की लागत बढ़ी है। प्राकृतिक रबड़ पहले 90 रुपये प्रति किलोग्राम थी, अब वह 129 रुपये किग्रा मिल रही है। इससे हमारे लाभ पर भी जबरदस्त चोट पहुंच रही है।’ कंपनियों के लिए मुसीबत यह है कि दाम बढ़ाने के बाद भी कच्चा माल और महंगा हो सकता है।

जे के टायर्स के मार्केटिंग निदेशक ए एस मेहता कहते हैं, ‘हम सारा बोझ ग्राहक पर नहीं डाल सकते क्योंकि बाजार खोने का खतरा है। लेकिन कच्चे माल में इतनी बढ़ोतरी तो पहले कभी नहीं हुई। आने वाले महीनों में भी किसी रहम की हमें उम्मीद नहीं है।’ एक टायर विशेषज्ञ ने कहा, ‘पिछले साल की चौथी तिमाही में जो वित्तीय परिणाम थे, चालू वर्ष की पहली तिमाही में हालात उससे भी बदतर होंगे। ऐसा सभी टायर कंपनियों के साथ होगा क्योंकि बढ़ी लागत को झेलना सभी के लिए मुश्किल हो रहा है।’

First Published - June 30, 2008 | 1:26 AM IST

संबंधित पोस्ट