रामलिंग राजू की स्वीकारोक्ति के बाद मुश्किल में फंसी सत्यम कंप्यूटर्स के बारे में काफी कुछ लिखा और कहा गया।
लेकिन मीडिया में कंपनी के बयान बहुत ही कम स्थान पा पाए। हर किसी की निगाहें राजू के बयान के बाद मचे बवंडर ओर सनसनी की ओर ही लगी रही।
आधिकारिक बयान की बात करें तो कंपनी के नवनियुक्त सीईओ ए. एस. मूर्ति का ईमेल के जरिए लिया गया साक्षात्कार जरूर छपा। इसके अलावा, कंपनी से जुड़े अधिकारियों के कुछ ऑफ द रिकॉर्ड बयान ही देखने को मिले।
हां, कंपनी के न्यूजलेटर में काफी कुछ लिखा गया है। इसमें राजू की स्वीकारोक्ति के बाद एक कर्मचारी की मनोस्थिति उसी के शब्दों में छपी है। कर्मचारी ने कहा, ”राजू के बयान के बाद उसे जबरदस्त धक्का लगा। 7 जनवरी को हम जैसे ही कार्यालय पहुंचे, वैसे ही संबंधियों और मित्रों के फोन आने लगे। ये लोग पूछ रहे थे कि क्या हम अब भी यहीं हैं?
क्या मेरी नौकरी सुरक्षित है? हमसे ऐसे सवाल लगातार ही पूछे जा रहे थे।” इस न्यूजलेटर में प्रेरक उद्बोधनों की भी कोई कमी नहीं रही है। नवनियुक्त सीईओ ए एस मूर्ति का बयान न्यूजलेटर में इस तरह छपा-”इस मुश्किल माहौल में कंपनी को सही जगह लाने के लिए हमें एकजुट होना है। उम्मीद है कि हम कामायाब होंगे।”
कंपनी के वैश्विक मानव संसाधन प्रमुख एस वी कृष्णन-”अफवाहें हैं कि सत्यम में बड़े पैमाने पर छंटनी होने वाली है। कंपनी ने चार टास्कफोर्सों का गठन किया है। कंपनी को सही रास्ते पर लाने के लिए बड़े पैमाने पर छंटनी का विकल्प नहीं अपनाया जाएगा।”