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Tesla Layoffs: Elon Musk के भारत आने से पहले कंपनी का बड़ा फैसला, क्यों करेगी 14 हजार से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी

Tesla Inc. ग्लोबल एंप्लायीज की संख्या में 10 फीसदी से ज्यादा की कटौती करेगी, क्योंकि कंपनी इलेक्ट्रिक वाहन (EV) की मांग में मंदी से जूझ रही है।

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रत्न शंकर मिश्र   
Last Updated- April 15, 2024 | 4:56 PM IST

दुनिया भर के टॉप 5 अमीर अरबपतियों में शुमार ईलॉन मस्क (Elon Musk) की लग्जरी कार मैन्युफैक्चरिंग कंपनी टेस्ला (Tesla) दुनियाभर के सभी सेंटर्स से कुल मिलाकर करीब 10 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। ब्लूमबर्ग ने Electrek की रिपोर्ट के हवाले से खबर दी कि टेस्ला इंक ग्लोबल एंप्लायीज की संख्या में 10 फीसदी से ज्यादा की कटौती करेगी, क्योंकि कंपनी इलेक्ट्रिक वाहन (EV) की मांग में मंदी से जूझ रही है।

14,000 से ज्यादा होगी छंटनी

Electrek ने Tesla के CEO की तरफ से कर्मचारियों को भेजे गए ईमेल का हवाला देते हुए अपनी रिपोर्ट में बताया कि Elon Musk ने कर्मचारियों की छंटनी की वजह जॉब में कम लोगों की जरूरत और नौकरी के एक ही काम को ज्यादा लोगों की तरफ से किए जाने से कामों में दोहराव बताया।

उन्होंने कहा कि यह छंटनी पूरी कंपनी में लागू होगी और इससे 14,000 से ज्यादा कर्मचारियों को अपनी नौकरी छोड़नी पड़ेगी।

Musk ने क्या बताई वजह

Musk ने ईमेल में लिखा कि हम कंपनी को डेवलपमेंट के अगले फेज के लिए तैयार कर रहे हैं औऱ इसके लिए कंपनी के हर पहलू पर फोकस करना जरूरी होता है। इसमें प्रोडक्शन को बढ़ाना और लागत में कटौती करना भी शामिल है। इसी वजह से कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है।

उन्होंने आगे ईमेल में लिखा, ‘इस प्रयास के हिस्से के रूप में, हमने संगठन का गहराई से रिव्यू किया है और अब हमने अपने दुनियाभर के सभी ब्रांचों से कुल मिलाकर 10 फीसदी कर्मचारियों को कम करने का फैसला लिया है।

उन्होंने कहा, ‘छंटनी का यह फैसला एक ऐसी चीज है जिससे मैं काफी नफरत करता हूं लेकिन यह किया जाना जरूरी था।’ ऐसा ही बयान मस्क ने तब भी दिया था, जब उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर (Twitter) का अधिग्रहण किया था और कई कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था।

गौरतलब है कि Tesla ने पिछले साल के अंत तक 140,473 कर्मचारियों की छंटनी की थी, जो तीन साल पहले की कुल संख्या से करीब दोगुनी थी। यह दो प्लांटों में उत्पादन बढ़ा रही है। पहला- ऑस्टिन में, और दूसरा बर्लिन के बाहर। बर्लिन के आउटसाइड में बने प्लांट से टेस्ला ने 2022 की शुरुआत में मॉडल वाई स्पोर्ट यूटिलिटी वाहनों (Model Y SUV) को क्रैंक करना शुरू कर दिया था। कंपनी ने अपने पूरे लाइनअप में कीमतों में कटौती शुरू कर दी क्योंकि ये फैसिलिटीज हाई वॉल्यूम में पहुंच गई थी।

Bloomberg की रिपोर्ट ने बताया कि Tesla ने इस महीने की शुरुआत में निराशाजनक वाहन डिलीवरी की सूचना दी। टेस्ला की वाहनों की बिक्री उम्मीदों से काफी कम रही और चार सालों में पहली बार किसी तिमाही (quarter) में गिरावट दर्ज की गई। कई एनालिस्ट का मानना है कि कंपनी अपने लेटेस्ट मॉडल साइबरट्रक (Cybertruck) का धीमा प्रोडक्शन कर रही है और इसके द्वारा अगले साल के अंत में नेक्स्ट जनरेशन के वाहन का उत्पादन भी कमजोर ही रह सकता है।

Tesla के शेयरों में गिरावट

इस साल Tesla के शेयरों में 31 फीसदी की गिरावट आई है, जो एसएंडपी 500 इंडेक्स (S&P 500 Index) में सबसे खराब परफॉर्मेंस करने वालों में से एक है। सोमवार को रेगुलर ट्रेडिंग शुरू होने से पहले इसका स्टॉक 1.2 फीसदी तक गिर गया।

भारत आ रहे टेस्ला के मालिक Elon Musk

बता दें कि Elon Musk इसी महीने के अंत में भारत आने वाले हैं। वह अपने इस दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) से भी मुलाकात करेंगे और भारत में टेस्ला के लिए नया प्लांट लगाने की योजनाओं के बारे में भी चर्चा करेंगे। माना जा रहा है कि Elon Musk भारत आने के साथ ही टेस्ला के प्लांट खोलने का ऐलान कर सकते हैं। इस प्लांट के लिए करीब 2 अरब डॉलर के निवेश की जरूरत का अनुमान है।

भारत ने पिछले महीने कुछ मॉडलों पर आयात शुल्क 100 प्रतिशत से घटाकर 15 प्रतिशत किए जाने के लिए एक नई EV पॉलिसी की पेशकश की थी, जिसके बाद से ही माना जा रहा है कि सरकार की इस पॉलिसी से टेस्ला के भारत आने का रास्ता खुल सकता है।

दो दिन के अपने दौरे के दौरान Elon Musk अपनी स्पेस सेक्टर की कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) की सब्सिडयरी कंपनी Starlink (सैटेलाइट आधारित इंटरनेट सर्विस) को भी देश में शुरू करने की घोषणा कर सकते हैं। उन्होंने इसके लिए अक्टूबर 2022 में लाइसेंस का आवेदन किया था। हालांकि, अभी सरकार की तरफ से इसे मंजूरी नही मिली।

First Published : April 15, 2024 | 4:32 PM IST