भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने बुधवार को कहा कि उद्योग ने देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से मई में 56 लाख से ज्यादा वायरलेस ग्राहक गंवाए। मई में वायरलेस कनेक्शन के लिए कुल दूरसंचार ग्राहक आधार अप्रैल के 1.14 अरब ग्राहकों के मुकाबले 1.14 अरब पर सपाट बना रहा।
भले ही ग्राहक आधार में कमी दर्ज की गई, लेकिन रिलायंस जियो ने अपने आधार में लगातार इजाफा किया और महीने के दौरान 36.5 लाख उपयोगकर्ता जोड़े, जिसके साथ ही उसके कुल उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़कर 39.27 करोड़ पर पहुंच गई।
भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया दोनों को ग्राहक गंवाने पड़े हैं। ट्राई के आंकड़े में कहा गया है कि एयरटेल ने 47.4 लाख ग्राहक गंवाए और वोडाफोन आइडिया को 47.2 लाख ग्राहकों का नुकसान हुआ और इसके साथ उनके कुल ग्राहक आधार 31.78 करोड़ और 30.99 करोड़ पर दर्ज किए गए।
सरकार-संचालित बीएसएनएल ने 200,000 नए कनेक्शन जोड़े जिसके साथ ही उसका कुल ग्राहक आधार बढ़कर 11.99 करोड़ पर पहुंच गया।
मई में 2जी, 3जी और 4जी समेत वायरलेस ग्राहकों की संख्या 0.5 प्रतिशत तक घट गई। शहरी इलाकों में, वायरलेस उपयोगकर्ताओं की संख्या अप्रैल के 62.9 करोड़ से घटकर 31 मई तक 62 करोड़ रह गई, जबकि ग्रामीण इलाकों में यह आंकड़ा समान अवधि में 52 करोड़ से बढ़कर 52.3 करोड़ ग्राहक पर पहुंच गया। ट्राई के आंकड़े के अनुसार, इससे ग्रामीण वायरलेस ग्राहकों की संख्या में मासिक आधार पर 0.70 प्रतिशत की वृद्घि में मदद मिली।
आंकड़े से पता चलता है कि मई में 29.8 लाख ग्राहकों ने मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) के लिए अपने अनुरोध सौंपे। ट्राई के बयान में कहा गया है, ‘इसके साथ, कुल एमएनपी आवेदन 48.823 करोड़ (अप्रैल 2020 के अंत में) से बढ़कर मई 2020 के अंत तक 49.121 करोड़ हो गए।’
देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से भारत ने अप्रैल में 82 लाख दूरसंचार उपयोगकर्ता गंवाए, जो मार्च में घटे ग्राहकों की संख्या के मुकाबले करीब चार गुना है। लॉकडाउन के कारण शहरी श्रमिकों को अपने पैतृक गांवों की ओर रुख करने के लिए बाध्य होना पड़ा। अप्रैल में शहरी मोबाइल ग्राहक आधार में 90 लाख तक की कमी दर्ज की गई। वोडाफोन आइडिया ने 45 लाख, भारती एयरटेल ने 52 लाख ग्राहक गंवाए जबकि रिलायंस जियो ने अपने उपयोगकर्ता आधार में लगातार इजाफा दर्ज किया।