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स्पाइस बोर्ड ऑफ इंडिया का आदेश, MDH और Everest शेयर करे क्वालिटी चेक डिटेल्स

MDH, Everest row: हांगकांग ने इस महीने मछली करी के लिए तीन एमडीएच मसाला मिश्रण और एक एवरेस्ट मसाला मिश्रण की बिक्री निलंबित कर दी है।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- April 23, 2024 | 3:59 PM IST

MDH, Everest row: भारत के मसाला निर्यात नियामक स्पाइस बोर्ड ऑफ इंडिया ने एमडीएच (MDH) और एवरेस्ट (Everest) से क्वालिटी चेक का विवरण देने को कहा है, क्योंकि कथित तौर पर कैंसर पैदा करने वाले कीटनाशकों की उच्च मात्रा होने के कारण हांगकांग (Hong Kong) में उनके कुछ उत्पादों की बिक्री रोक दी गई थी। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।

हांगकांग ने इस महीने मछली करी के लिए तीन एमडीएच मसाला मिश्रण और एक एवरेस्ट मसाला मिश्रण की बिक्री निलंबित कर दी है। सिंगापुर ने भी एवरेस्ट मसाला मिश्रण को वापस लेने का आदेश दिया है और इसके सेवन के खिलाफ सलाह दी है।

कंपनियों के उत्पाद भारत में बेहद लोकप्रिय हैं और यूरोप, एशिया और उत्तरी अमेरिका के देशों में निर्यात किए जाते हैं।

MDH और Everest का होगा क्वालिटी चेक

भारतीय खाद्य अधिकारियों ने सोमवार को एमडीएच और एवरेस्ट मसालों की क्वालिटी चेक के भी आदेश दिए।

गुणवत्ता मानकों और परीक्षण दिशानिर्देशों की देखरेख करने वाले भारतीय मसाला बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि कंपनियों को यह बताने के लिए कहा गया है कि उत्पादों का परीक्षण कैसे किया गया और क्या सभी नियमों का पालन किया गया।

गोपनीयता की शर्त पर अधिकारी ने कहा, “हमें प्रासंगिक विवरण प्राप्त करने की आवश्यकता है कि यह कैसे हुआ है… हमें यह जांचने की आवश्यकता है कि क्या आयात करने वाले देशों द्वारा आवश्यक शर्तों को पूरा किया गया था और क्या हमारे नियमों को पूरा किया गया था।”

एमडीएच और एवरेस्ट ने मसाला बोर्ड के फैसले पर टिप्पणी के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया।

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हमारे मसाले उपभोग के लिए सुरक्षित- Everest

इससे पहले मंगलवार को एवरेस्ट ने एक बयान में कहा था कि उसके मसाले उपभोग के लिए सुरक्षित हैं और उसके उत्पादों का निर्यात “भारत के मसाला बोर्ड की प्रयोगशालाओं से आवश्यक मंजूरी और अनुमोदन प्राप्त करने के बाद ही किया जाता है।”

एवरेस्ट के निदेशक राजीव शाह ने बयान में कहा, सिंगापुर ने एवरेस्ट के 60 उत्पादों में से केवल एक को जांच के लिए रखा था।

MDH ने अभी तक इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है।

हांगकांग और सिंगापुर के अधिकारियों ने कहा है कि उत्पादों में एथिलीन ऑक्साइड (ethylene oxide) का उच्च स्तर होता है, जो मानव उपभोग के लिए अनुपयुक्त है और लंबे समय तक इसके संपर्क में रहने से कैंसर का खतरा होता है।

First Published : April 23, 2024 | 3:59 PM IST