भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा बजाज फाइनेंस को दो योजनाओं के तहत ऋण जारी करने से रोकने के बाद गुरुवार (16 नवंबर) को बीएसई पर बजाज फाइनेंस और बजाज फिनसर्व के शेयरों की शुरुआत निचले स्तर पर हुई। आरबीआई ने कंपनी को ईसीओएम और इंस्टा ईएमआई कार्ड योजनाओं के तहत ऋण मंजूर करने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
सुबह 9:33 बजे बजाज फाइनेंस के शेयर 1.90 प्रतिशत या 137.15 रुपये की गिरावट के साथ 7,086.80 रुपये पर थे, जबकि बजाज फिनसर्व के शेयर 1.55 प्रतिशत या 24.70 रुपये की गिरावट के साथ 1,569.35 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। प्रत्येक सुबह के सौदे में। आरबीआई द्वारा बजाज कंपनी को दो योजनाओं के माध्यम से ऋण देने से रोकने के बाद अजाज फिनसर्व ने धीमी गति से सत्र शुरू किया।
RBI ने क्या लिया एक्शन
भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने बजाज फाइनैंस को अपने 2 ऋण उत्पादों ‘ईकॉम’ और ‘इंस्टा ईएमआई कार्ड’ के तहत कर्ज की मंजूरी तथा वितरण को तत्काल प्रभाव से रोकने के निर्देश दिए हैं।
कंपनी के इन 2 उत्पादों द्वारा डिजिटल उधारी संबंधी दिशानिर्देशों का पालन न करने के कारण यह रोक लगाई गई है। यह दोनों उत्पाद उधार लेने वालों को मुख्य तथ्यों का विवरण (केएफएस) जारी नहीं कर रहे थे और कंपनी द्वारा जारी किए गए अन्य डिजिटल ऋण के मुख्य तथ्यों के विवरण में खामियां थीं।
आरबीआई ने क्यों लगाई रोक
नियामक ने कहा है, ‘उक्त खामियों में सुधार के बात रिजर्व बैंक के संतुष्ट होने के बाद पर्यवेक्षी प्रतिबंधों की समीक्षा की जाएगी।’ इंस्टा ईएमआई कार्ड एक वर्चुअल कार्ड है। इसमें ग्राहकों को 10 लाख उत्पाद खरीदने की अनुमति मिलती है।
इसके बारे में कंपनी का कहना है कि इसमें ईएमआई की कोई लागत नहीं आती है। इस कार्ड में पहले से मंजूर 2 लाख रुपये ऋण भी उपलब्ध होता है, जिसका भुगतान 60 माह के भीतर करना होता है।
बजाज फाइनैंस की प्रबंधन के तहत संपत्ति (एयूएम) 2.90 लाख करोड़ रुपये है। इसमें बजाज हाउसिंग फाइनैंस लिमिटेड के 81,215 करोड़ रुपये शामिल हैं। विश्लेषकों के मुताबिक बजाज फाइनैंस के कुल बही खाते में इन दो उत्पादों की हिस्सेदारी 2 से 3 प्रतिशत है।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में डिजिटल ईएमआई कार्ड की संख्या 6,78,000 बढ़ी है। वहीं 30 सितंबर को डिजिटल कार्ड की कुल संख्या 42 लाख थी, जिसमें एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 62 प्रतिशत वृद्धि हुई है।