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शापूर मिस्त्री करेंगे निवेश फर्मों का नेतृत्व

Published by
देव चटर्जी
Last Updated- December 14, 2022 | 1:22 AM IST

अरबपति मिस्त्री परिवार के प्रमुख शापूर मिस्त्री दो पारिवारिक निवेश फर्मों के निदेशक मंडल में अकेले प्रतिनिधि हैं, जिनके पास टाटा समूह की नियंत्रक कंपनी टाटा संस में संयुक्त रूप से 18.4 प्रतिशत हिस्सेदारी है। टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन दिवंगत साइरस मिस्त्री पहले शापूर के साथ परिवार की साइरस इन्वेस्टमेंट्स और स्टर्लिंग का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।

इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया कि साइरस के दोनों पुत्रों को अभी तक निदेशक मंडल में शामिल नहीं किया गया है, लेकिन वे कारोबार से जुड़ गए हैं। दोनों भाइयों के पास टाटा संस के शेयर रखने वाली मिस्त्री परिवार की सभी प्रवर्तक कंपनियों में समान हिस्सेदारी है। ब्लूमबर्ग द्वारा जताए गए अनुमान के अनुसार परिवार को इससे 29 अरब डॉलर की अच्छी खासी संपत्ति मिल रही है।

मिस्त्री परिवार को भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं मिला। अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि समूह पर 57 वर्षीय शापूर के मजबूत नियंत्रण की वजह से उनके लिए टाटा समूह के साथ मतभेद खत्म करना आसान होगा। वर्तमान में टाटा समूह के संरक्षक रतन टाटा के नेतृत्व वाले टाटा ट्रस्ट्स की टाटा संस में 66 प्रतिशत हिस्सेदारी है। साइरस को टाटा समूह के चेयरमैन पद से हटाए जाने के बाद मिस्त्री परिवार और टाटा में कानूनी लड़ाई हुई थी।

पल्लोनजी समूह द्वारा हाल में झेले गए वित्तीय संकट के दौरान बैंक ऋण का भुगतान करने के लिए परिवार को अक्षय ऊर्जा फर्म स्टर्लिंग ऐंड विल्सन सोलर में अपनी हिस्सेदारी रिलायंस इंडस्ट्रीज और यूरेका फोर्ब्स को बेचनी पड़ी। प्रवर्तकों ने टाटा संस में शेयर रखने वाली दो निवेश कंपनियों में हिस्सेदारी गिरवी रखकर भी पैसा जुटाया है।

First Published : December 13, 2022 | 9:26 PM IST