Lauritz Knudsen: श्नाइडर इलेक्ट्रिक ग्रुप के स्वामित्व वाली लॉरिट्ज नुडसेन का इरादा अगले तीन साल के दौरान करीब 850 करोड़ रुपये का रणनीतिक निवेश करना है ताकि खुद को भारत के इलेक्ट्रिकल क्षेत्र में अहम कंपनी के रूप में स्थापित किया जा सके। साल 2020 में श्नाइडर इलेक्ट्रिक ने 14,000 करोड़ रुपये में लार्सन ऐंड टुब्रो के इलेक्ट्रिकल और ऑटोमेशन कारोबार एलऐंडटी स्विचगियर का अधिग्रहण किया था। रीब्रांडिंग कवायद के तहत एलऐंडटी स्विचगियर को अब लॉरिट्ज नुडसेन के नाम से जाना जाएगा।
कंपनी ने बयान में कहा कि वह रणनीतिक रूप से अपने मूल मूल्यों और विकसित भारत के प्रति दृढ़ समर्पण कायम रखेगी तथा भारत और दुनिया के लिए देश में अवधारणा, डिजाइन और निर्माण जारी रखेगी। इससे भारत और वैश्विक बाजारों की जरूरतों को पूरा करते हुए इलेक्ट्रिकल क्षेत्र में नवाचार और उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के ब्रांड के मिशन को रफ्तार मिलेगी।
लॉरिट्ज नुडसेन ने कहा कि वह अपने मुख्य निम्न और मध्य वोल्टेज कारोबार को मजबूत करेगी। साथ ही नए ऊर्जा परिदृश्य जैसे क्षेत्रों में क्षमताओं का निर्माण जारी रखेगी जिसमें अक्षय ऊर्जा उत्पादन और ई-मोबिलिटी समाधान शामिल हैं जो बुनियादी ढांचे, उद्योग, भवन, घर और कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में काम आते हैं। श्नाइडर इलेक्ट्रिक के मुख्य कार्य अधिकारी पीटर हर्वेक ने कहा, ‘लॉरिट्ज नुडसेन का विजन नवाचार और उत्कृष्टता को प्राथमिकता देता है जो भारत की विकास गाथा के साथ निकटता से जुड़ा हुआ है।’