कंपनियां

RIL Q2 result preview: रिफाइनिंग मार्जिन में गिरावट से 1-13 प्रतिशत तक घट सकता है रिलायंस का मुनाफा, O2C सेगमेंट पर दबाव

RIL Q2 result preview: नुवामा के विश्लेषकों का मानना है कि ऑयल-टू-केमिकल्स (O2C) सेगमेंट में नरमी के कारण कंपनी के कंसोलिडेटेड एबिटा (EBITDA) में 6 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है

Published by
अमृता पिल्लई   
Last Updated- October 14, 2024 | 10:23 AM IST

RIL Q2 result preview: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के लिए वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही (Q2FY25) रिफाइनिंग मार्जिन में गिरावट के कारण एक और कमजोर तिमाही साबित हो सकती है। विश्लेषकों ने यह राय जताई है।

दो ब्रोकरेज फर्मों- ICICI सिक्योरिटीज और नुवामा- के अनुसार, Q2FY25 में RIL के मुनाफे में पिछले साल की तुलना में 1-13 प्रतिशत तक की गिरावट होने की आशंका है। कोटक इंस्टीट्यूशनल को 2.2 प्रतिशत की मामूली वृद्धि की उम्मीद है। उपलब्ध विश्लेषक अनुमानों के आधार पर, रेवेन्यू में अधिकतम 4 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है।

नुवामा के विश्लेषकों का मानना है कि ऑयल-टू-केमिकल्स (O2C) सेगमेंट में नरमी के कारण कंपनी के कंसोलिडेटेड एबिटा (EBITDA) में 6 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। हालांकि इसे उपभोक्ता व्यवसायों और तेल एवं गैस सेगमेंट में मजबूत प्रदर्शन से आंशिक रूप से संतुलित किया जा सकता है। ब्रोकरेज फर्म को उम्मीद है कि O2C बिजनेस के लिए एबिटा पिछले साल की तुलना में 27 प्रतिशत तक गिर सकता है।

कंपनी सोमवार, 14 अक्टूबर को अपने Q2FY25 वित्तीय नतीजों की घोषणा करने वाली है। अगर विश्लेषकों के अनुमान सही साबित होते हैं, तो यह लगातार तीसरी तिमाही होगी जब RIL का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट घटेगा। जून 2024 तिमाही में RIL का कंसोलिडेटेड मुनाफा पिछले साल की तुलना में 5.5 प्रतिशत गिरा था।

समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग के एक पोल में, छह विश्लेषकों ने 2.39 लाख करोड़ रुपये के रेवेन्यू और तीन विश्लेषकों ने 20,045 करोड़ रुपये की समायोजित शुद्ध आय का अनुमान लगाया है।

Also read: Hyundai Motor India IPO: कल खुलेगा ह्युंडै का आईपीओ, निवेश से पहले जान लें ये 8 जरूरी बातें

PL कैपिटल के विश्लेषकों ने कहा कि रिलायंस के स्टैंडअलोन सेगमेंट, जो मुख्य रूप से O2C बिजनेस से संबंधित है, के लिए रिफाइनिंग मार्जिन में गिरावट की उम्मीद है और पेट्रोकेमिकल सेगमेंट पर भी दबाव बना रहेगा।

ICICI सिक्योरिटीज ने RIL के ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन में तिमाही आधार पर 0.8/बैरल डॉलर की गिरावट का अनुमान लगाया है।
हालांकि, उपभोक्ता बिजनेस से O2C के झटके को आंशिक रूप से संतुलित करने की उम्मीद है, लेकिन रिटेल बिजनेस के परिणामों को लेकर विश्लेषकों की राय बंटी हुई है।

कोटक सिक्योरिटीज के विश्लेषकों ने कहा कि RIL के कंसोलिडेटेड EBITDA की तिमाही आधार पर वृद्धि मुख्य रूप से टेलीकॉम टैरिफ बढ़ोतरी के कारण हो सकती है। उन्होंने कहा, “हम रिटेल सेक्टर के लिए कमजोर और O2C के लिए सुस्त परिणामों की उम्मीद कर रहे हैं।”

First Published : October 14, 2024 | 10:23 AM IST