अपने पैसे को लेकर चिंतित स्पंदना स्फूर्ति के ऋणदाताओं ने इस सूक्ष्म वित्त संस्थान (एफएफआई) और पद्मजा रेड्डी से अपने विवाद का समाधान करने और कंपनी को काम शुरू करने देने का अनुरोध किया है।
एक वित्त संस्थान के वरिष्ठ कार्यकारी ने कहा कि बड़ा ऋण देने वाले कुछ ऋणदाताओं ने रेड्डी और एमएफआई के प्रबंधन में शामिल लोगों से चर्चा की है। ऋणदाताओं ने कहा कि कारोबार व्यावहारिक होने के बावजूद विवाद की वजह से इसकी वृद्घि की संभावनाओं पर असर पड़ सकता है।
एक लघु बैंक के कार्यकारी ने कहा कि एमएफआई क्षेत्र में जोखिमों को देखते हुए ऋणदाता नया ऋण देने पर विचार केवल समझौता हो जाने पर ही करेंगे। स्पंदन स्फूर्ति निजी इक्विटी फंड केदार समर्थित है। केदार और स्पंदना स्फूर्ति के संस्थापक और पूर्व प्रबंध निदेशक रेड्डी के बीच बकायों और भुगतान संबंधी पक्षों के लेनदेन के भुगतान को लेकर कुछ सहमति बनती दिख रही है।
बकाया स्पंदना म्युचुअल फंड बेनीफिट ट्रस्ट से संबंधित है जिसने एफएफआई के लिए संग्रह एजेंट के तौर पर काम किया था।
थर्ड पार्टी कंपनी अब्राहम मार्केटिंग का भी बकाया है जहां पर रेड्डी की भारी भरकम हिस्सेदारी है।
रेड्डी ने निजी इक्विटी निवेशक के साथ एमएफआई के भविष्य और इसके बेचने पर विवाद होने से नवंबर 2021 में अचानक से खुद को कंपनी से अलग कर लिया था।
बाद में उन्होंने अदालत में मुकदमा डालकर एनबीएफसी-एमएफआई के प्रमुख का उनका पद बहाल किए जाने की मांग की जबकि ऋणदाता ने शलभ सक्सेना को प्रबंध निदेशक नियुक्त कर दिया था। इससे पहले सक्सेना इंडसइंड बैंक के एफएफआई इकाई के साथ काम कर रहे थे।
नवंबर 2021 में कंपनी ने वितरण पर रोक लगा दी और संग्रहों तथा वसूली पर ध्यान दिया। उसने ऋण वितरण को चौथी तिमाही में बहाल किया।
इस बीच, रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने कहा कि उसने स्पंदन स्फूर्ति की दीर्घावधि रेटिंग के लिए ‘रेटिंग वाच विद डेवलपिंग इम्पलीकेशंस’ के दर्जे को बरकरार रखा है। स्थायी परिचालनों का उपयुक्त ट्रैक रिकॉर्ड स्थापित हो जाने पर वह रेटिंग वाच का समाधान करेगी। यह तब होता है जब नया प्रबंधन स्थापित हो जाता है और अंतनिर्हित संपत्ति गुणवत्ता और लाभप्रदता पर स्पष्टता होती है।
31 दिसंबर, 2021 को इसकी सकल गैर निष्पादित आस्तियां (जीएनपीए) 5.5 फीसदी पर थी और शुद्घ एनपीए 2.8 फीसदी था।
कंपनी ने 2022 की दूसरी तिमाही में ऋणों के पुनर्गठन का विकल्प भी अपनाया।