रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने एक इनविट ढांचे के जरिये अपने फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क से कमाई की प्रक्रिया आज शुरू कर दी। कंपनी का इनविट डिजिटल फाइबर इन्फ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट (डीएफआईटी) निवेशकों को यूनिट जारी कर 14,700 करोड़ रुपये और कर्ज के जरिये 25,000 करोड़ रुपये जुटाएगा। रकम का इस्तेमाल फाइबर ऑप्टिक कंपनी का कर्ज खत्म करने में होगा। फाइबर ऑप्टिक कारोबार में 51 फीसदी हिस्सेदारी इनविट की और बाकी आरआईएल की होगी।
बाजार नियामक को भेजे दस्तावेज के मुताबिक इनविट में निवेश का न्योता देकर और निवेशकों को यूनिट जारी कर रकम जुटाई जाएगी। आरआईएल के प्रवक्ता ने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। फाइबर ऑप्टिक कंपनी पहले आरआईएल की सहायक कंपनी रिलायंस जियो का हिस्सा थी और उस पर फिलहाल 87,296 करोड़ रुपये का कर्ज है।
दस्तावेज के मुताबिक प्रायोजक होने के नाते निर्गम के बाद 15 फीसदी यूनिट रिलायंस इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट्स ऐंड होल्डिंग्स लिमिटेड को दी जाएंगी। यूनिट की लॉक इन अवधि तीन साल होगी। ट्रस्ट में रिलायंस प्रोजेक्ट्स ऐंड प्रॉपर्टी मैनेजमेंट सर्विसेज लिमिटेड की 44 फीसदी हिस्सेदारी हेागी और 24 फीसदी यूनिट यूटिलिटी पावर प्राइवेट लिमिटेड के पास रहेंगी। दस्तावेज के मुताबिक बाकी यूनिट सिक्का पोट्र्स को जारी की जाएंगी।
रिलायंस ने जियो की दूरसंचार टावर संपत्तियों और प्रवर्तक मुकेश अंबानी की गैस पाइपलाइन कंपनी के लिए इसी व्यवस्था से रकम जुटाई थी। इन दोनों के इनविट में कनाडा की कंपनी ब्रुकफील्ड ने हिस्सेदारी खरीदी थी।
डीएफआईटी की संपत्तियों में फाइबर कंपनी जियो डिजिटल फाइबर प्राइवेट लिमिटेड शामिल है। यह कंपनी फाइबर ऑपिटक केबल तथा उससे जुड़ी संपत्तियां लगाने, चलाने, रखरखाव करने और संभालने तथा दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को ऑप्टिक फाइबर ढांचा सेवाएं प्रदान कने के कारोबार में है। दस्तावेज के मुताबिक यूनिट आवंटन के बाद मिली रकम का इस्तेमाल आरआईएल तथा अन्य का कर्ज चुकाने में किया जाएगा। ट्रस्ट फाइबर कंपनी को कर्ज चुकाने के लिए 25,000 करोड़ रुपये भी देगा।
मुबादला से मिलेगी रकम
अबू धाबी का सॉवरिन वेल्थ फंड मुबादला इन्वेस्टमेंट 6,247.5 करोड़ रुपये का निवेश कर रिलायंस रिटेल में 1.4 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगा। इससे पहले वह रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी जियो प्लेटफॉम्र्स में 1.85 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 9,093.60 करोड़ रुपये का निवेश कर चुका है।