RIL की AGM में कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा था कि RCPL और रिलायंस इंटेलिजेंस उनके दो नए बड़े ग्रोथ इंजन हैं। (File Image)
रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (RCPL) ने देश भर में एकीकृत फूड मैन्युफैक्चरिंग सुविधाएं स्थापित करने के लिए खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के साथ गुरुवार को 40,000 करोड़ रुपये के समझौते पर हस्ताक्षर किए। सूत्रों ने यह जानकारी दी। RCPL, रिलायंस रिटेल से निकलकर अब रिलायंस इंडस्ट्रीज की सब्सिडियरी है।
पीटीआई के मुताबिक, सूत्रों ने बताया कि समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर यहां विश्व खाद्य भारत 2025 कार्यक्रम में हस्ताक्षर किए गए। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अगस्त में अपनी वार्षिक आम बैठक में निवेश योजना की घोषणा करते हुए कहा था कि वह ‘‘एआई-संचालित ऑटोमेशन, रोबोटिक्स और सस्टेनेबल टेक्नोलॉजीज के साथ एशिया का सबसे बड़ा एकीकृत फूड पार्क बनाएगी।’’
RCPL भारत की सबसे तेजी से बढ़ती रोजमर्रा के इस्तेमाल वाली घरेलू वस्तुएं बनाने वाली कंपनियों में से एक बन गई है। अपनी स्थापना के महज तीन वर्ष में इसने 11,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का रेवेन्यू अर्जित किया है।
इससे पहले, आरसीपीएल ने तमिलनाडु में 1,156 करोड़ रुपये के निवेश से एकीकृत मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का ऐलान किया था। इसके साथ ही यह कंपनी गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (जीसीपीएल), डाबर इंडिया लिमिटेड और पेप्सिको इंडिया होल्डिंग्स जैसी एफएमसीजी उद्योग की बड़ी कंपनियों में शामिल हो गई है। ये वे कंपनियां हैं जिन्होंने पिछले दो वर्षों में तमिलनाडु में निवेश की योजना बनाई है या अपनी इकाइयां शुरू की हैं।
मुकेश अंबानी की अगुआई वाली आरसीपीएल की यह तमिलनाडु में पहला प्लांट होगा। यह प्लांट तूत्तुक्कुडि के अल्लिकुलम औद्योगिक पार्क स्थित एसआईपीसीओटी में लगाया जाएगा। इससे 2,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा।
RIL की सालाना आम सभा (AGM) में कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी और नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ईशा अंबानी ने कई बड़े ऐलान किए थे। मुकेश अंबानी ने कहा था कि RCPL और रिलायंस इंटेलिजेंस उनके दो नए बड़े ग्रोथ इंजन हैं। ये दोनों मौजूदा बिजनेस से भी बड़े हो सकते हैं।
ईशा अंबानी ने एजीएम में बताया था कि RCPL को अब रिलायंस की डायरेक्ट सब्सिडियरी बनाया जाएगा। इससे यह बिजनेस अपने प्रोडक्ट्स, मार्केट और कस्टमर्स पर पूरा फोकस कर सकेगा। अलग कंपनी बनने से इसे मैनेजमेंट का पूरा ध्यान मिलेगा।
इनपुट: एजेंसियां