दूरसंचार विभाग ने आज अन्य सेवा प्रदाताओं (ओएसपी) के लिए दिशानिर्देश और शिथिल कर दिए। ओएसपी बिजनेस प्रॉसेस मैनेजमेंट (बीपीएम) फर्मों के कर्मचारियों को घर से काम करने में सक्षम बनाते हैं और भारत और विदेश के लिए वायस आधारित सेवाएं प्रदान करते हैं। सरकार ने घरेलू व अंतरराष्ट्रीय ओएसपी के बीच भेदभाव खत्म कर दिया है।
आज जारी किए गए दिशानिर्देशों से ओएसपी को दी गई विशेष छूट और सुगम होगी। यह नवंबर 2020 में घोषित और लागू किए गए कदमों के अतिरिक्त सहूलियत है। नवंबर में आए दिशानिर्देशों से बीपीएम उद्योग का अनुपालन बोझ कम हुआ था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘बीपीओ उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए ओएसपी दिशानिर्देशों को और सरल कर दिया गया है, जिन्हें नवंबर 2020 उदार बनाया गया था। इससे ज्यादा कारोबार सुगमता सुनिश्चित हो सकेगी और नियामकीय स्पष्टता आएगी। इससे अनुपालन का बोझ और कम होगा और हमारे टेक इंडस्ट्री को इससे मदद मिलेगी।’
दूरसंचार विभाग ने एक बयान में कहा है, ‘महामारी के बावजूद बीपीएम उद्योग का राजस्व 2019-20 के 37.6 अरब डॉलर से बढ़कर 2020-21 में 38.5 अरब डॉलर हो गया है। इस उद्योग के दूर बैठकर काम कर पाने में सक्षम होने के कारण ऐसा हो सका है। भारत सरकार ने ओएसपी के तहत डब्ल्यूएफएच जरूरतों में पहले मार्च, 2020 में अस्थाई तौर पर राहत दी और उसके बाद नवंबर, 2020 में लाए गए नए दिशानिर्देशों के तहत पूरी तरह सुधार किया गया।’
घरेलू व अंतरराष्ट्रीय ओएसपी के बीच अंतर खत्म करने के मतलब यह है कि साझा दूरसंचार संसाधनों वाले बीपीओ केंद्र अब भारत सहित दुनिया भर में स्थित ग्राहकों की सेवा करने में सक्षम होंगे। इसका यह भी मतलब है कि हर तरह के ओएसपी केंद्रों के बीच इंटरकनेक्टिविटी की अब अनुमति होगी।
ओएसपी के ईपीएबीएक्स (इलेक्ट्रॉनिक प्राइवेट ऑटोमेटिक ब्रांच एक्सचेंज) अब दुनिया में कहीं भी स्थित हो सकते हैं। ईपीएबीएक्स सेवाएं इस्तेमाल करने के साथ ओएसपी सेवा प्रदान करने वाली दूरसंचार सेवा प्रदाता अपने ईपीएबीएक्स भारत के थर्ड पार्टी डेटा सेंटर में भी स्थापित कर सकते हैं।
इसमें बीपीएम कर्मचारी कहीं भी बैठकर सीधे ग्राहक के केंद्रीकृत एक्सचेंज से जुड़ सकेंगे और ब्रॉडबैंड, वायरलाइन या वायरलेस सहित किसी भी तकनीक का इस्तेमाल कर ऐसा किया जा सकेगा।
सरकार ने एक ही कंपनी या ग्रुप कंपनी या किसी असंबद्ध कंपनी के किसी भी ओएसपी सेंटर के बीच डेटा इंटरकनेक्टिविटी के प्रतिबंधों को हटा दिया है। साथ ही इस कारोबार में विश्वास की पुष्टि करते हुए उल्लंघनों पर जुर्माना खत्म कर दिया गया है।
उद्योग संगठन नैशनल एसोसिएशन आफ सॉफ्टवेयर ऐंड सर्विस कंपनीज के सीनियर डायरेक्टर और सार्वजनिक नीति के प्रमुख आशीष अग्रवाल ने कहा, ‘दूर बैठा एजेंट सीधे ओएसपी की केंद्रीकृत व्यवस्था से या ग्राहक से जुड़ सकेगा, जिससे दोहरीकरण रोकने में मदद मिलेगी। ओएसपी के बीच इंटरकनेेक्टिविटी मिलने से बाधारहित सेवा दी जा सकेगी। केंद्रीकृत इंटरनेट कनेक्टिविटी से बहुप्रतीक्षित लचीलापन मिल सकेगा। पूरी सेवाओं के लिए थर्ड पार्ट के इस्तेमाल की अनुमति नहीं दी गई है, लेकिन थर्ड पार्ट डेटा सेंटर में अपने ईपीएबीएक्स की अनुमति से उद्योग को अपने मुख्य काम पर ध्यान केंद्रित करने का मौका मिलेगा। नवंबर, 2020 में किए गए पहले चरण के सुधारों के साथ इसे लागू करने पर उद्योग के कारोबार सुगमता में उल्लेखनीय बढ़ोतरी होगी।’
ओटीपी के लिए पंजीकरण की जरूरतें भी खत्म कर दी गई हैं। वायस आधारित ओएसपी में कुश सुरक्षा संबंधी बाध्यताएं हैं। जो बीपीएम उद्योग डेटा केंद्रित काम करता है वह ओएसपी की परिभाषा के दायरे से पूरी तरह से अलग कर दिया गया है।
पहले की दूरसंचार नीति के ओएसपी दिशानिर्देशों के कारण वायस कॉल जैसे कुछ काम कर्मचारी के घर से नहीं कराए जा सकते थे। बहरहाल पिछले साल लॉकडाउन में इन दिशानिर्देशों को शिथिल क दिया गया था।
कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए बचाव संबंधी कदमों और कारोबार को जारी रखने के लिए नैसकॉम ने दूरसंचार विभाग से आईटी और आईटीईएस कर्मचारियों को घर से काम करने पर लगे प्रतिबंधों में ढील दिए जाने की मांग की थी, जो ओएसपी नियमों से संचालित होते हैं।