प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
Brookfield India REIT Q1 Results: रियल एस्टेट, इंफ्रास्ट्रक्चर और प्राइवेट इक्विटी सेक्टर से जुड़ी कंपनी ब्रूकफील्ड इंडिया रियल एस्टेट ट्रस्ट ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2025) में शानदार प्रदर्शन किया है। कंपनी की नेट ऑपरेटिंग इनकम (NOI) में 13 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जो पिछले साल की समान तिमाही में 439.9 करोड़ रुपये थी और इस बार बढ़कर 498.6 करोड़ रुपये हो गई। यह जानकारी कंपनी ने शुक्रवार को एक रेगुलेटरी फाइलिंग में दी। NOI वह कमाई है, जो ऑपरेशन से होने वाली आय से सीधे खर्चों को घटाने के बाद बचती है। इसके अलावा, कंपनी ने अपने यूनिटहोल्डर्स को 319 करोड़ रुपये का वितरण (प्रति यूनिट 5.25 रुपये) करने की घोषणा की है।
ब्रूकफील्ड इंडिया रियल एस्टेट ट्रस्ट एक संस्थागत रूप से प्रबंधित रियल एस्टेट इनवेस्टमेंट ट्रस्ट (REIT) है, जो किराये से आय देने वाली ऑफिस प्रॉपर्टी पर केंद्रित है। कंपनी ने इस तिमाही में 6.51 लाख वर्ग फीट क्षेत्र को लीज पर दिया है और इसकी ऑक्यूपेंसी दर बढ़कर 89 फीसदी हो गई है। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक अलोक अग्रवाल ने कहा कि कंपनी का प्रदर्शन मजबूत रहा है। उनके मुताबिक, प्रमुख बाजारों में उच्च गुणवत्ता वाली संपत्तियों की मांग स्थिर बनी हुई है, जिससे कंपनी को लगातार अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिली है।
कंपनी ने भविष्य की विकास योजनाओं को मजबूत करने के लिए 1000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है। इसके लिए कंपनी 310 रुपये प्रति यूनिट की दर से 3.23 करोड़ प्रीफरेंशियल यूनिट्स जारी करेगी। इस फंड रेजिंग में कॉरपोरेट ट्रेजरी, फैमिली ऑफिस और हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स जैसे निवेशक हिस्सा लेंगे।
कंपनी ने बताया कि दिसंबर 2024 में जुटाए गए 3500 करोड़ रुपये के साथ यह नया फंड उनकी बड़ी विकास योजनाओं को और मजबूती देगा। अलोक अग्रवाल ने कहा कि यह फंड जुटाने से कंपनी को बड़े अवसरों का फायदा उठाने में मदद मिलेगी।
ब्रूकफील्ड इंडिया REIT के पास दिल्ली, मुंबई, गुरुग्राम, नोएडा और कोलकाता में 10 ग्रेड-ए कमर्शियल संपत्तियां हैं। इसका कुल पोर्टफोलियो 29 मिलियन वर्ग फीट का है, जिसमें 24.5 मिलियन वर्ग फीट ऑपरेटिंग क्षेत्र, 0.6 मिलियन वर्ग फीट निर्माणाधीन क्षेत्र और 3.9 मिलियन वर्ग फीट भविष्य के विकास की संभावना शामिल है। कंपनी अपने स्पॉन्सर ग्रुप के साथ बेंगलुरु और चेन्नई में ग्रेड-ए संपत्तियों के अधिग्रहण के लिए बातचीत कर रही है।
कंपनी का बोर्ड ने 1000 करोड़ रुपये के प्रीफरेंशियल इश्यू को मंजूरी दे दी है। यह कदम कंपनी की वित्तीय स्थिति को और मजबूत करेगा और भविष्य में बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए रास्ता खोलेगा।