रेलिगेयर एंटरप्राइजेज लिमिटेड (आरईएल) ने आज शेयर बाजार को सूचित किया कि उसके निदेशक मंडल ने आरईएल और उसकी सहायक कंपनियों – रेलिगेयर फिनवेस्ट तथा रेलिगेयर हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनैंस के संचालन की समीक्षा शुरू कर दी है। निदेशक मंडल ने कंपनी के परिचालन को बनाए रखने के लिए तत्काल वित्तीय सहायता के लिए नए प्रवर्तक – बर्मन समूह से संपर्क करने का फैसला किया है क्योंकि कंपनी के धन प्रवाह की समीक्षा से संकेत मिलता है कि अगले कुछ महीनों में नकदी प्रवाह में कमी रह सकती है।
आरईएल के निदेशक मंडल ने कंपनी और उसकी सहायक फर्मों के संचालन आचरण के लिए कानून क्षेत्र की कंपनी ट्राइलीगल और ग्रांट थॉर्नटन भारत एलएलपी को नियुक्त किया है। आरईएल ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा, ‘इसका उद्देश्य परिचालन की पिछली कार्यप्रणालियों की समीक्षा करना, भविष्य के कार्यान्वयन के लिए प्रणालियों और नियंत्रणों से संबंधित सुधारों का सुझाव देना और जिन कंपनियों का पहले उल्लेख किया गया है, उनके कुछ मौजूदा और/या पूर्व कर्मचारियों द्वारा किए गए कदाचार के किसी भी संभावित वाकये की पहचान करना है।’
इसके अलावा शेयर बाजार को दी गई सूचना में कंपनी ने कहा कि उसके निदेशक मंडल ने धन प्रवाह की स्थिति की समीक्षा की है और अगले कुछ महीनों में नकदी प्रवाह की संभावना देखी है। कंपनी ने कहा, ‘विभिन्न विकल्पों की जांच के बाद निदेशक मंडल ने सर्वसम्मति से कंपनी का परिचालन बरकरार रखने के लिए तत्काल वित्तीय सहायता के वास्ते नए प्रवर्तक बर्मन समूह से संपर्क करने का फैसला किया है।’
इसके अतिरिक्त वित्तीय सहायता की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए निदेशक मंडल ने प्रवर्तक समूह या उसकी सहयोगी कंपनियों से अंतरिम रूप से अल्पकालिक अंतर कॉर्पोरेट ऋण की सिफारिश की है जो आवश्यकता के लिए कम समयसीमा को देखते हुए सबसे उपयुक्त होगा। उपभोक्ता वस्तु क्षेत्र के समूह डाबर इंडिया के संस्थापक और नियंत्रित हिस्सेदार – बर्मन परिवार ने अधिग्रहण की 17 महीने की लड़ाई के बाद फरवरी में वित्तीय सेवा प्रदाता रेलिगेयर का नियंत्रण हासिल किया था।