Q3 results: खनन समूह वेदांत समूह का वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर तिमाही) में एकीकृत शुद्ध लाभ 18.3 फीसदी कम होकर 2,013 करोड़ रुपये रहा गया है। कंपनी ने बताया कि अन्य आय कम होने और अधिक कर लगने के कारण उसके शुद्ध लाभ में गिरावट आई है।
अनिल अग्रवाल की अगुआई वाली कंपनी का वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में शुद्ध बिक्री बढ़कर 3.8 फीसदी बढ़कर 34,968 करोड़ रुपये हो गई। कंपनी ने कहा कि राजस्व में वृद्धि उच्च बिक्री मात्रा और विनिमय दर में अनुकूल उतार-चढ़ाव के कारण थी।
समीक्षाधीन तिमाही के दौरान एबिटा पिछले साल के मुकाबले 22 फीसदी बढ़कर 8,677 करोड़ रुपये रही। समीक्षाधीन तिमाही के दौरान कंपनी पर 1,237 करोड़ रुपये का कर लगा, जो पिछले साल की समान अवधि के 839 करोड़ रुपये से अधिक है।
वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में कंपनी की अन्य आय भी पिछले साल से 51.9 फीसदी कम होकर 779 करोड़ रुपये रही। क्रमिक आधार पर कंपनी की शुद्ध बिक्री तीसरी तिमाही में 9.3 फीसदी कम हो गई और पिछली तिमाही में दर्ज 1,783 करोड़ रुपये के घाटे से मुनाफे में लौट आई।
अदाणी पावर का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर, 2023) में जबरदस्त उछाल के साथ 2,738 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। बीते वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 9 करोड़ रुपये था। कंपनी ने बयान में कहा कि आलोच्य तिमाही में उसकी कुल आमदनी बढ़कर 13,355 करोड़ रुपये हो गई, जो बीते वित्त वर्ष की तिमाही में 8,290 करोड़ रुपये थी।
कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) एस बी ख्यालिया ने बयान में कहा कि कंपनी ने उत्कृष्टता के उच्चतम मानकों को हासिल करके सभी क्षेत्रों में अपना बेहतरीन प्रदर्शन जारी रखा है। उन्होंने ने कहा कि महान में चल रही 1,600 मेगावाट की पुरानी क्षमता का विस्तार पटरी पर है, जबकि “हम अधिग्रहण के जरिये विस्तार की भी तैयारी कर रहे हैं।
अदाणी पावर ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही के साथ-साथ पहली तीनों तिमाहियों के दौरान मुंद्रा, उडुपी, रायपुर और महान संयंत्रों से भारी मात्रा में सहयोग मिलने के अलावा गोड्डा बिजली संयंत्र से वृद्धिशील योगदान मिला है। गोड्डा बिजली संयंत्र बहुत जल्द बांग्लादेश के बिजली आपूर्ति तंत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। कंपनी ने दिसंबर तिमाही में 21.5 अरब यूनिट बिजली बेची, जो बीते वित्त वर्ष की तिमाही में 11.8 अरब यूनिट थी।
सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) का चालू वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी (अक्टूबर-दिसंबर) तिमाही का मुनाफा तीन गुना से अधिक होकर 2,223 करोड़ रुपये रहा है। बैंक ने पिछले वित्त वर्ष 2022-23 की समान अवधि में 629 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था।
पीएनबी ने बताया कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 29,962 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 25,722 करोड़ रुपये थी। तिमाही के दौरान बैंक की ब्याज आय बढ़कर 27,289 करोड़ रुपये हो गई। यह पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 22,384 करोड़ रुपये थी।
इस दौरान बैंक की सकल गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) घटकर 6.24 प्रतिशत रह गईं। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 9.76 प्रतिशत थीं। इसी तरह, बैंक का शुद्ध एनपीए भी 3.30 प्रतिशत से घटकर 0.96 प्रतिशत पर आ गया।
सीमेंट बनाने वाली कंपनी एसीसी लिमिटेड का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में चार गुना से ज्यादा होकर 537.67 करोड़ रुपये रहा है। कंपनी ने गुरुवार को जारी बयान में इसका श्रेय बढ़ी उत्पादन क्षमता और भट्टी ईंधन लागत में कमी को दिया। कंपनी का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 113.19 करोड़ रुपये रहा था।
अदाणी समूह की कंपनी ने बताया कि आलोच्य तिमाही में उसकी परिचालन आय 8.31 प्रतिशत बढ़कर 4,914.36 करोड़ रुपये हो गई, जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 4,536.97 करोड़ रुपये थी। एसीसी ने कहा, ‘कंपनी का परिचालन कर पूर्व लाभ या एबिटा (अन्य आमदनी को हटाकर) समीक्षाधीन तिमाही में 139 प्रतिशत बढ़ा। एबिटा मार्जिन सालाना आधार पर 10 प्रतिशत बढ़कर 18.4 प्रतिशत हो गया।’
कंपनी ने कहा कि ईंधन मिश्रण के अनुकूलन और वैकल्पिक ईंधन की अधिक खपत के कारण इसकी भट्ठी ईंधन लागत 28 प्रतिशत कम हो गई। दिसंबर, 2023 तिमाही में एसीसी लिमिटेड का कुल खर्च 1.61 प्रतिशत कम होकर 4,278.78 करोड़ रुपये रहा।
मजबूत घरेलू मांग के दम पर जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटेड का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ पांच गुना होकर 2,450 करोड़ रुपये रहा। कंपनी का पिछले वित्त वर्ष 2022-23 की इसी तिमाही में मुनाफा 474 करोड़ रुपये था।
जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटेड ने बताया कि तीसरी तिमाही में उसकी आय बढ़कर 42,134 करोड़ रुपये हो गई। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 39,322 करोड़ रुपये थी।
कंपनी ने बयान में कहा, ‘भारतीय परिचालन में समीक्षाधीन तिमाही में क्षमता उपयोग बढ़कर 94 प्रतिशत हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में यह 89 प्रतिशत था।’
हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) का शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर, 2023) में तीन गुना हो गया है। कंपनी ने गुरुवार को बयान में कहा कि उसका एकल आधार पर शुद्ध लाभ बढ़कर 529.02 करोड़ रुपये (3.73 रुपये प्रति शेयर) रहा, जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 172.43 करोड़ रुपये (1.22 रुपये प्रति शेयर) था।
एचपीसीएल ने दिसंबर, 2023 की तिमाही में प्रत्येक बैरल कच्चे तेल को पेट्रोल और डीजल जैसे ईंधन में बदलने पर 8.49 डॉलर कमाए, जबकि पिछले साल समान अवधि में सकल रिफाइनिंग मार्जिन 9.14 डॉलर प्रति बैरल था।
हालांकि, कंपनी को आलोच्य तिमाही में भंडारण पर 700-750 करोड़ रुपये का घाटा हुआ। कंपनी का अक्टूबर-दिसंबर का मुनाफा जुलाई-सितंबर तिमाही के 5,118.16 करोड़ रुपये से कम है। तिमाही के दौरान कंपनी की परिचालन आय 1.18 लाख करोड़ रुपये पर लगभग स्थिर रही।
बिजली खरीद-बिक्री मंच इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (आईईएक्स) का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 19 प्रतिशत बढ़कर 91.80 करोड़ रुपये रहा है। मुख्य रूप से राजस्व बढ़ने से कंपनी का लाभ बढ़ा है।
आईईएक्स ने शेयर बाजारों को यह जानकारी दी। एक साल पहले 2022-23 की इसी तिमाही में कंपनी ने 77.21 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। कंपनी की कुल आय आलोच्य तिमाही में बढ़कर 141.21 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 117.34 करोड़ रुपये थी।
इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईज़ीएल) ने गुरुवार को बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का शुद्ध लाभ 41 फीसदी बढ़कर 309.07 करोड़ रुपये रहा। पिछले वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 278.26 करोड़ रुपये था। क्रमिक आधार पर सीएनज़ी वितरण कंपनी का शुद्ध लाभ पिछली तिमाही के मुकाबले 26.6 फीसदी घटकर 534.8 करोड़ रुपये रहा।
वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में परिचालन से आय 3,926.2 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की इसी अवधि में 4,089 करोड़ रुपये से 4 फीसदी कम है। हालांकि, पिछली तिमाही के मुकाबले कंपनी का राजस्व मामूली रूप से 2.7 फीसदी बढ़ा है।
ओला ब्रांड के तहत परिचालन करने वाली एएनआई टेक्नोलॉज़ीज का एकीकृत शुद्ध घाटा बीते वित्त वर्ष (2022-23) में कम होकर 772.25 करोड़ रुपये रहा है। कंपनी का एकीकृत घाटा वित्त वर्ष 2021-22 में 1,522.33 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसकी एकीकृत परिचालन आय आलोच्य वित्त वर्ष में लगभग 48 प्रतिशत बढ़कर 2,481.35 करोड़ रुपये रही, जो 2021-22 में 1,679.54 करोड़ रुपये रही थी।
एएनआई टेक्नोलॉज़ीज का एकल आधार पर घाटा वित्त वर्ष 2022-23 में घटकर 1,082.56 करोड़ रुपये रहा, जो 2021-22 में 3,082.42 करोड़ रुपये था। एएनआई टेक्नोलॉज़ीज की परिचालन आय एकल आधार पर वित्त वर्ष 2022-23 में लगभग 58 प्रतिशत बढ़कर 2,134.94 करोड़ रुपये रही, जो वित्त वर्ष 2021-22 में 1,350.03 करोड़ रुपये थी।
बायोकॉन की इकाई सिनज़ीन इंटरनैशनल का कर बाद लाभ (पीएटी) दिसंबर तिमाही में सालाना आधार पर 4 प्रतिशत बढ़ा है जबकि परिचालन से राजस्व 9 प्रतिशत बढ़कर 854 करोड़ रुपये हो गया। तीसरी तिमाही में सिनज़ीन का एबिटा 261 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले के मुकाबले 5 प्रतिशत अधिक है।
कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी जोनाथन हंट ने कहा, ‘दिसंबर तिमाही में हमारी 9 प्रतिशत वृद्धि अमेरिकी बायोटेक सेगमेंट में फंडिंग घटने से प्रभावित हुई थी। इससे हमारे डिस्कवरी सर्विसेज डिवीजन में मांग पर असर पड़ा। डेडिकेटेड सेंटर्स और डेवलपमेंट ऐंड मैन्युफेक्चरिंग डिवीजनों ने बेहतर प्रदर्शन किया। हम फंडिंग स्तर में सुधार के संकेत देख रहे हैं।’
कंपनी ने स्टेलिस बायोफार्मा की बायोलॉजिक्स निर्माण इकाई का अधिग्रहण भी पूरा किया है और इसके 2025 की दूसरी छमाही में परिचालन में आने की संभावना है। संयंत्र का अधिग्रहण 617 करोड़ रुपये की संशोधित सकल वैल्यू पर पूरा किया गया, जो शुरू में 702 करोड़ रुपये थी।